पटवारी रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार ..

पूरा देश लोकसभा चुनावों के रंग में सरावोर है ! जनता पञ्च सालों में आने बाले लोकतंत्र के इस महापर्व में मस्त है जनता भावी सरकार के सपनों में अपने भविष्य की रौशनी की तलाश में गुना-भाग कर रही है ! वहीं दूसरी और भ्रष्ट नौकरशाह अपनी जेबे गर्म करने में लगा हुआ है !लोकतंत्र में जनता मालिक होती है ,इस सत्य से आँखे मूंदे ये भ्रष्ट नौकरशाह काम के बदले दाम का निर्धारण कर देश के उस मालिक का खून रिश्वत के नाम से चूस रहे है ! देश का यह नासूर कब ख़त्म होगा या इसके इन्तजार में सपने टूटने की अनुगूँज हमें चन्द कार्यवाहीयों में ही सुनाई देती रहेगी या फिर कोई ठोस कदम भी उठाए जाएँगे ….राकेश प्रजापति 

प्रदेश के विदिशा जिले की सिरोंज तहसील के पटवारी को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ लेते हुए लोकायुक्त पुलिस ने धर दबोचा। भ्रष्ट  पटवारी जमीन का रकबा सुधारने के एवज में 10 हजार की रिश्वत मांग रहा था।

जानकारी के मुताबिक आवेदक रामप्रसाद कुशवाह निवासी ग्राम पारधा ने आवेदन दिया था, उसके  कि उन्होंने अपने समधी मथरालाल की खेती की जमीन के रकबे में सुधार किया जाय ! उसके आवेदन पर वह पटवारियों के चक्कर महीनों से लगा रहा था ! परन्तु प्रसासनिक दस्तावेजों के सुधार के नाम पर पटवारी उससे नाजायज पैसों की मांग करते रहे है ! अंततः परेशान होकर उसने इन भ्रष्ट नौकर शाहों को उनकी सही जगह जेल पहुचने की ठान ली और लोकायुक्त पुलिस के साथ सहयोग कर आज उक्त कार्यवाही को अंजाम तक पहुँचाने में उसे सफ़लत मिल गई !

प्रार्थी श्री कुशवाह ने बताया कि अपने समधी मथरालाल को पटवारी विकास जैन एक साल से चक्कर लगा रहा है। वह बिना रिश्वत के काम करने को तैयार नहीं था। मथरालाल के पैर में चोट होने से ज्यादा चलने में उसे दर्द होता है। इसलिए उन्होंने रामप्रसाद कुशवाह को अपना काम कराने के लिए कहा। पटवारी विकास जैन ने रामप्रसाद से 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी और होली के बाद राशि लेकर आना तय किया। पटवारी ने अपने शासकीय कार्यों के लिए दिल्ली दरवाजा मोहल्ले में एक निजी कक्ष ले रखा है। इसी कक्ष में रामप्रसाद से पटवारी ने 10 हजार रुपए लिए। जहां लोकायुक्त पुलिस ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया।