भाजपा यहाँ कमल नही खिला पाई ..

प्रदेश की 29 लोकसभा सीट पर अपना अहम् स्थान रखने बाली छिंदवाडा लोकसभा सीट पर सभी का ध्यान है ,क्योंकि बीते एक दशक से भाजपा के लाख प्रयास करने के बाद भी भाजपा यहाँ कमल नही खिला पाई, क्योंकि भाजपा के कमल पर कमलनाथ भारी पड रहे है ! 2024 के लोकसभा निर्वाचन की दुदंभी बजने के बाद चुनावी हलचल तेज हो गई है ! इसी तारतम्य में आज छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ ने अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उनके परिवार के सभी सदस्य मौजूद रहे। नामांकन के बाद छिंदवाड़ा में कांग्रेस ने बड़ी रैली की है। कमलनाथ ने कहा कि छिंदवाड़ा की जनता का आशीर्वाद उनके साथ है….

छिंदवाड़ा से कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ ने आज सुबह कलेक्ट्रेट में नामांकन दाखिल कर दिया। उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाड़ा के पूर्व सांसद अलकानाथ शामिल थीं। नामांकन के बाद छिंदवाड़ा में रैली हुई, जिसको प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी एवं नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी संबोधित किया।

बस स्टेण्ड में आयोजित सभा में नकुलनाथ ने कहा, नाथ परिवार और छिंदवाड़ा के लोगों का राजनीतिक नहीं, पारिवारिक संबंध है। जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार हमें ताली और थाली बजाने का काम दे रही थी, तब छिंदवाड़ा पूरे मध्यप्रदेश और देश में एक ऐसा जिला था, जहां ऑक्सीजन सिलेंडर और इंजेक्शन की कमी नहीं थी।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा छिंदवाड़ा की अलग पहचान है। आप दुनिया में जहां जाएं, वहां सीना ठोककर कह सकते हैं कि छिंदवाड़ा से आए हैं। मैंने मेरी पूरी जवानी यहां लगा दी, जिस पातालकोट में लोगों को आटा नहीं मिलता था। लोग सीमित कपड़े पहनते थे, अब वे जींस-टीशर्ट में घूमते हैं। नौजवानों ने वो पुराना पातालकोट नहीं देखा। कमलनाथ ने याद दिलाया कि किस तरह साल 1980 में छिंदवाड़ा में सड़क नाम की चीज नहीं थी और जब वे जीप से गांवों का दौरा करते थे तो डेढ़ किलो धूल उनके कपड़ों पर आ जाती थी। छिंदवाड़ा के दो हजार से अधिक गांवों में सिर्फ़ 400 गांव में बिजली थी।

आज छिंदवाड़ा की पहचान विकास के मॉडल से हुई है। इस विकास के लिए उन्होंने अपना पूरा जीवन समर्पित किया है और छिंदवाड़ा के विकास में इस तरह डूबे के अपने स्वास्थ्य और परिवार तक पर ध्यान नहीं दिया। नकुलनाथ ने  नामांकन दाखिल करने से पहले शिकारपुर के हनुमान मंदिर में दर्शन किए। पत्नी प्रियानाथ, पिता कमलनाथ और मां अलकानाथ भी साथ रहे। नामांकन रैली में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व कैबिनेट मंत्री सुखदेव पांसे जिला कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ ओक्टे साथ थे..