‘गंगारझिरी’ में पर्यावरणीय जागरूकता की अनुभूति ..

पृथ्वी पर एक समय ऐसा भी था जब लोग निसर्ग चक्र के अनुरूप ही जीवन जीते थे। ऋतुओं का पहिया निर्धारित गति के साथ निर्बाध एवं विश्वसनीय ढंग से घूमता था, कहीं कोई व्यक्तिक्रम नहीं था। जीवन सहज था।जिस तरह नदी का धरा के साथ, चिड़िया का पेड़ों के साथ, तितली का फूलों के साथ जीवंत संबंध होता है उसी तरह मनुष्य का प्रकृति के साथ रागात्मक संबंध था। परंतु मानव सभ्यता के विकास के साथ-साथ यह संबंध शनैःशनैः क्षीण होता चला गया। प्रौद्योगिकी पूरी बर्बरता के साथ प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कर रही है। हम में से हर एक व्यक्ति अपने ही सामने यह ध्वंसलीला देख रहा है। प्राणवायु मर रही है, जनसँख्या गुब्बारे की तरह फूल रही है, सैकड़ों जीव प्रजातियां पूरी तरह विलुप्त हो रही हैं, नित नये उपकरण जगह घेरते जा रहे हैं, सड़क पर ही नहीं आकाशमार्गों पर भी यातायात संकुल होता जा रहा है। समुद्री तूफान, बाढ़, सूखा, गरम सर्द तेज़ हवायें एक आम खबर बनकर रह गयी हैं। ऐसे विकट समय में यदि हमें जीवन के अस्तित्व को बचाना है तो हवा, पानी और जलवायु की सेहत की चिंता करना और भी ज्यादा ज़रूरी हो जाता है ….राकेश प्रजापति 

इन्ही उद्देश्य को लेकर वन परिक्षेत्र बिछुआ अंतर्गत ‘गंगारझिरी’ में मध्यप्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड एवं वन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन श्री मधु व्ही. राज वनसंरक्षक छिदवाडा वनवृत्त के मागदर्शन में एवं श्री एल.के. वासनिक वनमंडलाधिकारी दक्षिण छिंदवाड़ा के निर्देशन में किया गया, जिसमें शासकीय सी.एम. राईज स्कूल खमारपानी, शास. हाईस्कूल आमाझिरी विद्यालयों के लगभग 120 बच्चों ने भाग लिया।

सर्वप्रथम कार्यकम का शुभांरभ मां सरस्वती की पूजा अर्जना की गई तत्पश्चात् कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने प्रातः नेचर ट्रेल विचरण एवं वनभ्रमण किया जिसमें बच्चों को वन एवं वन्यजीव संरक्षण पारिस्थतिबकिी, पर्यावरण एवं ईको पर्यटन की समझ विकसित कररने का प्रयास किया गया बच्चों को जंगल के अंदर ट्रेकिंग, पक्षी दर्शन वन्यप्राणियों पेड-पौधों की पहचान एवं महत्व को मास्टर ट्रेनर श्री जे.पी. शिवहरे सेवानिवृत्त अपर वनमंडलाधिकारी द्वारा बताया गया।

दोपहर भोजन उपरांत क्विज प्रतियोगगिता, अनुमति कार्यक्रम से संबंधित प्रश्नमंच कार्यकम का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया तदुपरान्त बच्चों का पुरुस्कार वितरण किया गया कार्यक्रम में माननीय विधायक सुजीतसिंह चौधरी चौरई विधानसभा, श्री सतीश मलावी जनपद अध्यक्ष, बिछुआ श्री इंद्रपालसिंह पटेल जिला महामंत्री श्री पृथ्वीराजसिंह ठाकुर ब्लॉक अध्यक्ष श्री सुरेश परतेती एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि तथा श्री सतीष डोंगरे पत्रकार कार्यकम में सम्मिलित रहे, तथा वन एवं वन्यप्राणियों विषयों में अपना उदबोधन दिया एवं उपस्थित विद्यार्थियों को वन संरक्षण के प्रति जागरूक किया तथा कार्यकम की समाप्ति की गई।

अनुमति कार्यक्रम में श्री देवाप्रसाद क्षेत्र संचालक, पेंच टाईगर रिजर्व सिवनी श्री एल.के. वासनिक वनमंडलाधिकारी, श्री अनादि बुघोलिया, उवनमंडलाधिकारी, सुश्री करिश्मा शेख परिक्षेत्र अधिकारी बिछुआ, श्रीमती रूपेश्वरी कुजाग तहसीलदार, सुश्री आहिके नायब तहसीलदार, डॉ. प्रियंका ठाकुर चिकित्सा अधिकारी, श्री रामकिशन गोदेवार, परिक्षेत्र सहायक खमारपानी, श्री शेषराव उईके, परिक्षेत्र सहायक आमाकुही एवं विद्यालयों के शिक्षक / शिक्षिकाएँ एवं वन परिक्षेत्र बिछुआ के समस्त स्टॉफ की उपस्थिति रही है।