शासकीय आयोजन को राजनीति का अखाड़ा बना रहा हारा हुआ प्रत्याशी..

कांग्रेस ने जिला प्रशासन छिन्दवाड़ा को सख्त लहजे में चेतावनी देते हुये आगाह किया है कि प्रशासनिक तंत्र भाजपा के दबाव में आकर काम करना छोड़ दें !  प्रशासन में संवैधानिक पदों पर बैठे अधिकारी जिस सुशासन को निर्मित करने और जनता की सेवा के साथ ही निष्पक्षता की शपथ लेकर आये हैं, कम से कम उसके अनुरूप कार्य करें। जिन अधिकारियों को राजनीति में रूचि है वे तत्काल इस्तीफा देकर राजनीति ही करें ताकी प्रशासनिक तंत्र का राजनीतिकरण ना हो सके….

ज्ञात हो कि परासिया विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत रावनवाड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम झुर्रे माल में गत दिवस विकसित भारत संकल्प यात्रा के शासकीय आयोजन में नियमावली के अनुरूप क्षेत्र के समस्त चुने हुये जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था, जिसमें परासिया विधायक सोहनलाल वाल्मीक, जनपद सदस्य आशा आम्रवंशी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे और कार्यक्रम शांतिपूर्ण जारी था। जनता ने अपना प्रतिनिधी चुनना पंसद नहीं किया, दो बार विधानसभा चुनाव हार चुके और अपने राजनीतिक कार्यकाल में कभी पंच भी नहीं रहे ऐसे भाजपा जिलाध्यक्ष ने आयोजन में सम्मिलित होते ही अपने अमर्यादित चरित्र का चित्रण करते हुये उक्त आयोजन को राजनीतिक अखाड़ा बना दिया। जिला मुख्यालय से अपने समर्थकों के साथ पहुंचे भाजपा जिलाध्यक्ष ने जनता के चुने हुये अनुसूचित जाति के जनप्रतिनिधियों का अपमान किया है उनके द्वारा किया गया यह कृत्य केवल जनप्रतिनिधियों का नहीं अपितु जनता का भी अपमान है। सम्पूर्ण घटनाक्रम की शुरुआत भाजपा जिलाध्यक्ष के द्वारा की गई थी, किन्तु पुलिस ने भाजपा के दबाव में आकर परासिया विधायक सोहनलाल वाल्मीक, जनपद अध्यक्ष आशा आम्रवंशी सहित अन्य के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया है जो कि न्यायोचित नहीं है।

कांग्रेस ने पुलिस अधीक्षक एवं कलेक्टर के नाम जिला पंचायत सीईओ को सौंपे ज्ञापन में उल्लेख किया है कि एफआईआर में उद्यानिकी विभाग के उप संचालक द्वारा लिखाया गया है कि विकसित भारत संकल्प यात्रा का कार्यक्रम ग्राम झुर्रे माल, तहसील परासिया में संचालित हो रहा था जिसमें विधायक सोहनलाल वाल्मीक, जनपद अध्यक्ष श्रीमती आशा आम्रवंशी एवं अन्य चुने हुये जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था, चूंकि यह कार्यक्रम पूर्णत: शासकीय था। इस दौरान भाजपा के जिलाध्यक्ष विवेक बंटी साहू को किस संवैधानिक पद अन्तर्गत आमंत्रित किया गया था जिसकी जानकारी हमें नहीं है। परन्तु जब उनका उदबोधन हो रहा था तो उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं की सभा समझकर शासकीय कार्यक्रम में कांग्रेस, म.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं छिन्दवाड़ा सांसद नकुलनाथ को लेकर अनर्गल टिप्पणी करना प्रारम्भ कर दिया, जिस पर विधायक सोहनलाल वाल्मीक एवं जनपद अध्यक्ष परासिया श्रीमती आशा आम्रवंशी ने भाजपा जिलाध्यक्ष को यह कहकर कि उक्त कार्यक्रम राजनीतिक नहीं है, शासकीय है जिस पर आप राजनीतिक भाषण ना देंवे, उक्त कार्यक्रम शासन की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का कार्यक्रम है ! इस पर आप हमारी पार्टी व नेताओं पर आरोप-प्रत्यारोप ना करें, इस बात पर भाजपा जिलाध्यक्ष एवं वहां उपस्थित भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा वाद विवाद किया जाने लगा, इसी दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष द्वारा जनपद अध्यक्ष श्रीमती आशा आम्रवंशी का बुरी नियत से हाथ पकड़ते हुये कहा तू नीच जात की महिला है तू मुझे राजनीति बतायेगी क्या और ऐसा कहकहर धक्का मारकर मंच से नीचे गिरा दिया जबकि वह संवैधानिक पद पर होते हुये उक्त कार्यक्रम में आमंत्रित अतिथि थीं।

इस प्रकार भाजपा अध्यक्ष व कार्यकर्ताओं द्वारा शासकीय कार्य में बाधा डालकर उक्त कार्यक्रम को बेवजह विवादित कर कार्यक्रम को रोका गया।हमारे जनप्रतिनिधि, विधायक एवं जनपद अध्यक्ष इस घटना के तुरन्त बाद थाना रावनवाड़ा पहुंचे और पीडित जनप्रतिनिधि श्रीमती आशा आम्रवंशी द्वारा उक्त घटना के सम्बंध में पुलिस थाना में रिपोर्ट पंजीबद्ध कराने हेतु लगातार निवेदन किया किन्तु वहां उपस्थित पुलिस अधिकारियों द्वारा भाजपा जिलाध्यक्ष के दबाव में उक्त रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई जो कि एक अनुसूचित जाति की महिला के साथ घटित अपराध को दबाने का प्रयास पुलिस के द्वारा किया गया है।

कांग्रेस ने प्रस्तुत ज्ञापन के माध्यम से कहा कि इस सम्पूर्ण घटनाक्रम की उच्च स्तरीय व सूक्षमता के साथ जांच कर भाजपा जिलाध्यक्ष के  विरुद्ध अपराधिक प्रकरण दर्ज करें एवं विधायक सोहनलाल वाल्मीक, जनपद अध्यक्ष श्रीमती आशा आम्रवंशी सहित अन्य के विरुद्ध पंजीबद्ध अपराध को निरस्त किया जावे अन्यथा कांग्रेस उग्र प्रदर्शन कर कानूनी प्रक्रिया में भी जावेगी। कांग्रेस जनता के द्वारा चुने हुये जनप्रतिनिधियों का अपमान और उनके खिलाफ की जाने वाली झूठी कार्यवाही को