भ्रष्ट रोजगार सहायक रंगे हाथों गिरफ्तार ….

केंद्र सरकार की जनकल्याण कारी योजनाओं को जमीनी स्तर पर पलीता लगाने का काम जिले और पंचायत स्टार पर छोटे अधिकारी कर्मचारी कर रहे है ! समय समय पर यह खबर समाचार माध्यमों से सुर्ख़ियों में आती है है भूमि हीन- आवास हीनो को सरकार की योजनाओं का फायदा दिलाने के नाम पर भारी भर्ष्टाचार होता है ! शिकायत होने पर सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसियां ऐसे भ्रष्टाचारियों पर कार्यवाही भी करते है परन्तु यह कलंक मिटने का नाम ही नही ले रहा है ! ऐसे में जिला प्रशासन में बैठे जिले के वरिष्ट अधिकारीयों को प्राथमिकता से ऐसे मामलों पर ध्यान देने की जरुरत है , अब देखना यह है की जिला प्रशासन में बैठे जिम्मेदार अधिकारी इस मामले से क्या सबक लेते है ….शशांक माहुले की रिपोर्ट 

आवास हीनो को सरकार की योजनाओं का फायदा दिलाने के नाम पर  भ्रष्ट रोजगार सहायकअपनी बेजा हरकतों से बाज नही आ रहे है ! ऐसा ही एक मामला जो एक हितग्राही से प्रधानमंत्री आवास योजना की किस्त खाते में डालने के नाम पर रिश्वत लेने वाले ग्राम रोजगार साहयक को लोकायुक्त ने गिरफ्तार किया है। उसे दस हजार की घूस लेते रंगेहाथ पकड़ा है। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।

लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक संजय साहू ने बताया कि बालाघाट जिले के ग्राम चिखला निवासी कृष्णा चौधरी के नाम पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान आवंटित हुआ था। योजना की दूसरी किस्त खाते में डालने के लिए अमई पंचायत के ग्राम रोजगार सहायक जय चंद्र बिसेन ने दस हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। इसकी शिकायत पीड़ित ने लोकायुक्त विभाग से की थी। लोकायुक्त ने शिकायत की पड़ताल के बाद योजना को अंतिम रूप देते हुए । योजना अनुसार रिश्वत की रकम देकर शिकायतकर्ता को आरोपी के पास भेजा। शिकायतकर्ता आज सोमवार को पंचायत कार्यालय ग्राम अमई पहुंचा था। जैसे ही रोजगार सहायक ने रिश्वत की रकम लेकर अपने पास रखी, वैसे ही लोकायुक्त की टीम ने दबिश देकर उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।