चुनाव में कमलनाथ को सबक सिखाएंगे : यादवेंद्र सिंह

 कांग्रेस ने 144 उम्मीदवारों मध्य प्रदेश के इस रण में उतार दिए हैं। वहीं सत्ताधारी भाजपा ने  17 अगस्त से अब तक 136 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। भाजपा की पहली लिस्ट के लगभग दो महीने बाद यह लिस्ट कांग्रेस ने जारी की है। इस लिस्ट में ज्यादातर नाम पूर्वानुमानित थे। हालांकि कुछ नामों ने चौंकाया भी और बबंडर लाया भी , नाराज नेताओं के इस्तीफे का दौर जारी है ..

सतना जिले के नागौद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक यादवेंद्र सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्हें राज्य में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं दिया गया था। यादवेंद्र सिंह ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि वह चुनाव में कमलनाथ को सबक सिखाएंगे।

बसपा में शामिल हुए :- पूर्व विधायक यादवेंद्र सिंह ने कहा, ‘मैं कांग्रेस पार्टी का दाहिना हाथ था। मैंने इतने लंबे समय तक पार्टी की सेवा की। इस सेवा के बदले मेरे साथ ऐसा किया गया।इसलिए मैंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।’ सिंह ने कहा कि ‘कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गया हूं। मैं कमल नाथ को सबक सिखाऊंगा।’ उन्होंने कहा, ‘अभी मैं यह नहीं कह सकता कि मैं उन्हें कितनी सीटों पर हराऊंगा, लेकिन मैं निश्चित रूप से इसके लिए कुछ करूंगा।’

नाराज लोग अंत में कांग्रेस का साथ देंगे: कमलनाथ
कांग्रेस की पहली सूची जारी होने के बाद पहली बार भोपाल पहुंचे कमलनाथ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 4000 लोगों ने टिकट का आवेदन दिया था, लेकिन 4000 लोगों को तो मैं टिकट दे नहीं सकता। टिकट तो किसी एक को ही मिलती है। मुझे उम्मीद है कि नाराज लोग अंत में कांग्रेस का साथ देंगे।

मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवंबर को मतदान होगा। तीन दिसंबर को मतों की गिनती होगी। मुख्य मुकाबला भाजपा-कांग्रेस में है। आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने भी अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं। कुछ इलाकों में सपा-बसपा का भी जोर है, जिससे कुछ सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबले भी देखने को मिल सकते हैं।