छिंदवाड़ा, बालाघाट और मंडला में कांग्रेस से कड़ा मुकाबला ..

देश में लोकसभा निर्वाचन की प्रक्रिया जारी है प्रथम चरण में होने बाले चुनाव में आज नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया पूरी हो गई है ! इसी के चलते प्रदेश की छह लोकसभा सीटों के लिए नामांकन दाखिल करने का काम आज पूरा हो गया। आगामी 30 मार्च तक नाम वापस लिए जा सकते हैं। इन सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होगा ! लोकसभा चुनाव के पहले चरण के नामांकन भरने के आज अंतिम दिन 64 अभ्यर्थियों ने 89 नाम निर्देशन पत्र दाखिल किए ,लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्रमांक-14 मंडला (अजजा) में 16 अभ्यार्थियों ने 18 नाम निर्देशन पत्र, लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्रमांक-15 बालाघाट में 19 अभ्यार्थियों ने 27 नाम निर्देशन पत्र एवं लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्रमांक-16 छिन्दवाड़ा में 24 अभ्यार्थियों द्वारा 31 नाम निर्देशन पत्र दाखिल किए गए हैं। …. राकेश प्रजापति

प्रथम चरण के निर्वाचन में प्रदेश की छह सीटों में छिंदवाड़ा को छोड़कर पांचों सीटें फिलहाल भाजपा के कब्जे में है। सत्तारूढ़ भाजपा इस बार ये सभी छह सीटें पर फतह पाने के लिए पूरी ताकत से मैदान में है ! हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों पर गौर फरमाए तो मंडला, छिंदवाड़ा व बालाघाट में कांग्रेस कड़ी टक्कर दे सकती है ! यहाँ दिनों ही प्रतिद्वंदी दलों के बीच प्राप्त मतों का अंतर काफी कम था ! जबकि सीधी, शहडोल व जबलपुर में भाजपा मजबूत स्थिति में है।

छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर कांग्रेस के सांसद नकुलनाथ और भाजपा के युवा नेता विवेक बंटी साहू के बीच सीधा मुकाबला है। छिंदवाड़ा सीट जीतने के लिए भाजपा पूरा जोर लगा रही है। कमलनाथ और नकुलनाथ के भाजपा में शामिल नहीं होने के बाद अब भाजपा ने उनके करीबियों को भाजपा में शामिल करने की रणनीति अपनाई है। पिछली बार कांग्रेस ने जीती इस एकमात्र सीट पर नकुलनाथ करीब 37 हजार वोटों से जीते थे। ऐसे में कांग्रेस नेताओं के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस के लिए छिंदवाड़ा सीट बचाना चुनौती पूर्ण हो सकता है। वहीं बंटी साहू छिंदवाड़ा में भाजपा के युवा नेता है और युवाओं में उनकी अच्छी पकड़ है। वहीँ दूसरी और छिंदवाडा कांग्रेस और कमलनाथ के मजबूत गड केनाम से पहचाना जाता है ! संसदीय क्षेत्र में सात विधानसभा सीटें आती हैं, जिन पर कांग्रेस का कब्जा है। इसमें जुन्नारदेव, अमरवाड़ा, चौरई, सौसर, छिंदवाड़ा, परासिया और पांडुर्णा शामिल है।

बालाघाट लोकसभा सीट पर कांग्रेस के युवा नेता सम्राट सारस्वत और भाजपा की भारती पारधी के बीच मुकाबला है। भाजपा ने सांसद ढाल सिंह बिसेन का टिकट काटकर पार्षद भारती पारधी को प्रत्याशी बनाया है। वहीं कांग्रेस ने जिला पंचायत अध्यक्ष सम्राट पर भरोसा जताया है। वह पूर्व विधायक अशोक सारस्वत के बेटे हैं और राजपूत समाज से आते हैं। इस संसदीय क्षेत्र में आठ विधानसभा सीटें बैहर, लांजी, परसवाड़ा, बालाघाटा, वारासिवनी, कटंगी, बरघाट और सिवनी आती हैं। यहां चार-चार सीटें भाजपा और कांग्रेस दोनों ने जीती हैं। वहीं, दो आरक्षित सीट में से अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित बैहर सीट पर कांग्रेस और अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित बरघाट सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की है।

मंडला लोकसभा सीट पर मुकाबला केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और कांग्रेस के विधायक ओमकार सिंह मरकाम के बीच है। कुलस्ते को भाजपा ने निवास सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ाया था, लेकिन वे चुनाव हार गए। ओंकार सिंह मरकाम डिंडौरी से विधायक हैं। मरकाम वर्तमान में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य हैं। इस संसदीय क्षेत्र में आठ विधानसभा सीटें हैं। इसमें डिंडौरी, बिछिया, निवास, केवलारी, लखनादौन, शहपुरा, मंडला और गोटेगांव शामिल हैं। इसमें से पांच सीटें कांग्रेस और तीन पर भाजपा का कब्जा है। इसमें छह सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। जिसमें से चार कांग्रेस ने जीतीं थी ।