सियासी जंग में घर टूटने की कगार पर ..

मौजूदा समय में स्वस्थ राजनीति का रंग कितना वीभत्स हो गया है कि अब विचार धाराओ की ये जंग घरों और पति-पत्नी जैसे पवित्र रिश्तों को भी विभाजित करने का काम कर रही है ! विभाजन की राजनीति आज इस मुकाम पर पहुँच गई है जहाँ अलग – अलग राजनैतिक दलों की रीती-नीति से प्रभावित पति-पत्नी के बीच अलगाव की स्थिति पैदा कर दी है ! यह कैसी मानसिकता ? 21 वी सदी में पाषाण युग की झलक नजर आती है ! इसकी बानगी हमें बालाघाट जिले के लोकसभा निर्वाचन  में देखने को मिल रही है ….बालाघाट से शशांक माहुले 

प्रदेश की बालाघाट लोकसभा सीट पर निर्दलीय सांसद और दो बार के विधायक कंकर मुंजारे बहुजन समाज पार्टी से चुनावी मैदान हैं। वहीं उनकी पत्नी अनुभा मुंजारे बालाघाट से ही कांग्रेस की विधायक हैं। अब दोनों के सामने अजीब सी संशय की स्थिति निर्मित हो गई है। विधायक पत्नी कांग्रेस प्रत्याशी के सम्राट सिंह के लिए वोट मांग रही हैं। इस बात से खपा बसपा से चुनाव लड़ रहे उनके पति कंकर मुंजारे नाराज हैं। उन्होंने विधायक पत्नी को उनके घर से दूर रहकर कांग्रेस का प्रचार करने को कह दिया है।

कंकर मुंजारे ने कहा दिया है कि एक ही घर में रहकर अलग-अलग पार्टी का प्रचार सिद्धांत के खिलाफ है। वे उसूलों की राजनीति करते हैं। वे ढोंग वाला काम नहीं करेंगे।

ज्ञात हो कि कंकर मुजारे कांग्रेस से लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस ने उनको टिकट नहीं दिया। इसको लेकर उनकी पीसीसी चीफ जीतू पटवारी से बातचीत भी हुई थी। कांग्रेस ने बालाघाट से जिला पंचायत अध्यक्ष सम्राट सिंह सरस्वार को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, भाजपा से भारती पारधी मैदान में हैं। कांग्रेस विधायक अनुभा मुंजारे अपनी पार्टी के प्रत्याशी के लिए वोट मांग रही हैं। इसको लेकर अब सियासत की लड़ाई पति और पत्नी के बीच आ गई है।

बसपा प्रत्याशी कंकर मुंजारे ने अपनी पत्नी और कांग्रेस समेत दूसरे नेताओं पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि बालाघाट में अबैध रेत उत्खनन का मामला का बहुत बड़ा है , लेकिन उसे ना तो पत्नी अनुभा ने उठाया ना ही किसी कांग्रेस के नेता ने उठाया। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में 31 सौ रुपए धान और 27 सौ रुपए गेहूं के लिए देने की बात कही थी। 400 रुपए का गैस सिलेंडर। इन मुद्दों को क्यों नहीं उठाया। कंकर मुजारे ने आरोप लगाया कि इनकी भाजपा से सेटिंग हो गई कि इन मुद्दों को नहीं उठाना है। इनके बीच साठगांठ हो गई है। उन्होंने कांग्रेस पर ढोंग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सब भाजपा से मिले हुए हैं।

श्री मुंजारे ने बालाघाट से कांग्रेस प्रत्याशी सम्राट सिंह सरस्वार के चयन पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और दिग्विजय सिंह आपस में मिले हुए हैं। राहुल गांधी पिछड़े वर्ग की बात करते हैं और यहां अगड़े को ला रहे हैं। यहाँ उनकी संख्या मुट्ठीभर है। उन्होंने कहा कि पूरे लोकसभा क्षेत्र में पांच हजार से ज्यादा जनसंख्या नहीं होगी। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार को डमी कैंडिडेट बताया। उन्होंने कहा कि बालाघाट में मुकाबला मेरा और भाजपा का है। कांग्रेस का प्रत्याशी तीसरे नंबर पर है। बसपा प्रत्याशी के इस फरमान को सभ्य समाज क्या स्वीकार करेगा ?  यह अनुतरित सवाल हम जनता पर ही छोड़ते है ….