मध्यप्रदेश नहीं छोड़ना चाहता हूं ,मेरा पूरा फोकस सिर्फ मध्यप्रदेश पर है : कमलनाथ

कमलनाथ ने कहा कि मैं मध्यप्रदेश नहीं छोड़ना चाहता हूं। चुनाव में 12 माह बचे हैं और यदि मैं कोई जिम्मेदारी लेता हूं तो मेरा ध्यान मध्य प्रदेश से हटेगा। अभी मेरा पूरा फोकस सिर्फ मध्यप्रदेश पर है। मैं अपना ध्यान मध्यप्रदेश से हटाना नहीं चाहता।राजस्थान के सियासी घमासान के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम की चर्चा में अपने नाम को पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने अलग कर लिया है….

कमलनाथ ने दिल्ली से लौटने के बाद पीसीसी में मीडिया से चर्चा में कहा कि मैं मध्य प्रदेश छोड़कर नहीं जाऊंगा। उन्होंने दिग्विजय सिंह के अध्यक्ष बनने के सवाल पर कहा कि यह उनसे पूछिए।कमलनाथ ने कहा कि मेरी खुद अशोक गहलोत से बात हुई है। उन्होंने कहा कि मैंने तो बैठक बुलाई थी। कुछ लोगों ने अनुशासनहीनता की है तो उनको शोकाज नोटिस जारी हो गए है। पर्यवेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट दे दी है।

उन्होंने कहा कि मैं पहले भी कह चुका हूं कि मैं मध्यप्रदेश नहीं छोड़ना चाहता हूं। चुनाव में 12 माह बचे हैं और यदि मैं कोई जिम्मेदारी लेता हूं तो मेरा ध्यान मध्य प्रदेश से हटेगा। अभी मेरा पूरा फोकस सिर्फ मध्यप्रदेश पर है। मैं अपना ध्यान मध्यप्रदेश से हटाना नहीं चाहता।

कमलनाथ ने कहा कि भाजपा के नेताओ को उल्टे सीधे बयान देने की आदत बन चुकी है और अगले 12 महीने में और इनके उल्टे सीधे बयान सामने आएंगे क्योंकि अब यह तड़प रहे हैं क्योंकि उनकी रवानगी होने वाली है।

कमलनाथ ने भाजपा के नई लीडरशिप को आगे आने से रोकने के बयान पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ये यह सवाल पूछना चाहिए कि वो नई लीडरशिप को आगे आने क्यों नहीं दे रहे है। येदियुरप्पा क्या नई लीडरशिप से आते है। नड्डा बिना चुनाव दूसरी बार अध्यक्ष बन गए। उनका चयन कैसे हुआ। क्या चुनाव से हुआ। अभी उनका एक्सटेंशन कैसे हुआ,किन लोगों ने तय किया, यह सच्चाई सभी के सामने है।