मुफलिसी के चलते माँ ने की जुड़वां बच्चों की हत्या ..

कुछ दिनो पहले भोपाल सांसद ने प्रदेश की बदहाल स्थिति वे बारे में बयान देकर राजनितिक भूचाल खड़ा कर दिया था ! उन्होंने कहा था की गरीबों की हालत इतनी दयनीय है की लोग पुलिस के चक्कर से बचने के लिए अपनी बच्चियों को बेच देते है ! और आज ये वाकया उजागर होने से प्रदेश वासियों की हालत चीख-चीख कर भोपाल भाजपा सांसद के कथन की पुष्टि कर रही है ..

राजधानी भोपाल में जुड़वां बच्चों के पांच दिन बाद हबीबगंज थाना क्षेत्र में शव मिले है। पुलिस ने मां की निशानदेही पर दोनों बच्चों के शव बरामद रविशंकर नगर एक खाली प्लाट से बरामद किए। पुलिस की पूछताछ ने मां ने ही बच्चों को गला घोंटकर मारने की बात स्वीकार की है।

बच्चों की मां ने ही दोनों का गला घोंटकर मारने की बात कबूल की है।  उसका कहना है कि उसकी पहले से एक 3 साल की बेटी है। जुड़वा बच्चों को पालने के लिए पैसे नहीं थे। ऐसे में दोनों जुड़वा बच्चों को कैसे पालती।

पुलिस को पहले बच्चों की मां ने बताया था कि वह सड़क किनारे बच्चों को छोड़कर वॉशरूम गई थी। लौटने पर बच्चे गायब थे। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की और जांच शुरू की तो मां ही संदेह के घेरे में आ गई थी। पुलिस ने रविवार को महिला को बैरसिया से लाकर पूछताछ की। वह लगातार अपने बयान बदल रही थी। सोमवार को महिला की तबीयत बिगड़ने पर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार को पुलिस ने उसकी निशानदेही पर रविशंकर नगर कॉलोनी के एक खाली प्लाट से बच्चों के शव बरामद कर लिए।

ज्ञात हो कि 27 वर्षीय सपना मूलत: बैरसिया की रहने वाली है। उसकी पांच साल पहले कोलार गेस्ट हाउस के पास रहने वाले बृजमोहन से शादी हुई थी। सात सितंबर को सपना ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया। सपना ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार सुबह 4.30 बजे जब सब लोग घर में सो रहे थे, तब वह जुड़वां बच्चों को लेकर बैरसिया अपने मायके जाने के लिए निकली थी। वह पैदल ही रंगमहल चौराहे तक पहुंची। वहां से दोनों बच्चे गायब हो गए। महिला ने अपने पति को इसकी सूचना दी और फिर दोनों टीटी नगर थाने एफआईआर कराने पहुंचे।

भोपाल पुलिस अब बच्चों की हत्या कर फेंकने, तंत्र-मंत्र समेत अन्य पहलुओं की भी जांच कर रही है। फिलहाल डॉग स्क्वॉड की मदद से बच्चों की तलाश की जा रही है।