74 बागी प्रत्याशियों को बाहर का रास्ता ..

प्रदेश में मतदान के लिए लगभग 12 दिन शेष बचे है परन्तु टिकट वितरण से से उपजे विरोध के सवार अभी भी धीमे नही पड़े है ! इस आग में दोनों ही राजनैतिक दल भाजपा और कांग्रेस ने बागी हुए नेताओं और कार्यकर्ताओं को अपनी पार्टी से निकाला दिया है। इनमें दोनों पार्टी के करीब 74 बागी प्रत्याशी शामिल हैं….

प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस द्वारा जारी प्रत्याशियों की सूचियों के बाद से एकाएक दर्जनों नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी से बगावत कर  दूसरी पार्टियों में आश्रय ले लिया है। उसके जबाब में पार्टी से उन तमाम लोगों को निकाला गया है जो चुनावी मैदान में निर्दलीय खड़े होकर पार्टी के लिए मुसीबतें पैदा करते नजर आ रहे हैं। भाजपा ने बड़वारा विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ रही गीता पटेल सहित मुड़वारा की ज्योति दीक्षित और संतोष शुक्ला को भारतीय जनता पार्टी से निकाल दिया। वहीं, कांग्रेस ने भी मुड़वारा से संतोष शुक्ला और बहोरीबंद से शंकर महतो को पार्टी से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया है।

निर्दलीय उम्मीदवार संतोष शुक्ला ने बताया कि उनके द्वारा कांग्रेस पिछले 12 साल पहले ही छोड़ दी गई थी। उसके बाद से ही उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था। इसलिए भाजपा से निष्कासन तो ठीक है कि मैंने पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ रहा हूं। लेकिन कांग्रेस की बात उन्हें हजम नहीं हुई। संतोष ने बताया कि चुनावी माहौल में कांग्रेस का निष्कासन उन्हें फ्री की पब्लिसिटी दिला रही है। फिलहाल मैं विकास के मुद्दे को लेकर चुनावी मैदान में उतरा हूंऔर जनता के आशीर्वाद की मुझे दरकार है !