कमलनाथ हनीट्रैप मामले में सहयोग नही कर रहे ..

प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ चर्चित सेक्स स्कैंडल हनीट्रैप मामले में क़ानून की मदद आखिर क्यों नही कर रहे है ? क्या इस कुकृत्य में उनके अपने लोग,चहेते नौकरशाह या फिर राजनेता तो शामिल नही है ? आखिर इस कांड की वास्तविकता आम आवाम को मामूम होना ही चाहिए, आखिर जनता जिन्हें सफेदपोश , ईमानदार अधिकारी या राजनेता मानती है उनका वास्तविक चेहरा कितना कुत्सित और वीभत्स है जो एक सभी समाज में रहने और रहम करने योग्य तो कतई नही है,कमलनाथ को कानून का सम्मान करते हुए इस कांड में संलिप्त लोगों के चेहरे बेपर्दा करना ही होगा ! वरना जनता में कमलनाथ की छवि मानवता के भेदियों को प्रश्रय देने बालों में गिनी जाएगी …. राकेश प्रजापति 

कमलनाथ की कांग्रेस सरकार के समय मध्य प्रदेश के चर्चित सेक्स स्कैंडल हनीट्रैप मामले की सुनवाई अब आगामी २ मार्च को होगी। इस मामले में गठित एसआईटी के चीफ हाल ही में आदर्श कटियार को बनाया गया हैै। एसआईटी के चीफ को खुद 2 मार्च को होने वाली सुनवाई में कोर्ट के समक्ष पेश होकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को दिए गए नोटिस के बारे में जवाब देना होगा..

पिछले माह हुई सुनवाई में सरकारी वकील ने कहा था कि कटियार की नियुक्ति अभी हुई है अौर ट्रेनिंग पर गए है। इस कारण वे कोर्ट में जबाव पेश करने नहीं आ सके।हनीट्रैप मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को दिए गए नोटिस के मामले में बताया जाएगा कि नोटिस के बाद कमलनाथ ने सीडी सौंपी या नहीं। कमलनाथ ने मीडिया के सामने कहा था कि उनके पास हनीट्रैप की सीडी और पैन ड्राइव है।

इसके बाद आरोपियों के वकील ने आपत्ति ली थी और कहा था कि सीडी और पैनड्राइव एसआईटी के पास होना चाहिए। एसआईटी ने कमलनाथ को नोटिस देकर सीडी को पूछताछ के लिए कार्यालय मेें उपस्थित होने के लिए कहा था, लेकिन वे नहीं आए। पिछली सुनवाई में सरकारी वकील ने कहा था कि नाथ इस मामले मेें मदद नहीं कर रहे है। न तो उन्होंने सीडी एसआईटी के पास जमा की और न ही वे कार्यालय मेें पेश हुए।

गौरतलब है कि चार साल पहले इंदौर में हनीट्रैप मामले का खुलासा हुआ था। नगर निगम के तत्कालीन सिटी इंजीनियर हरभजन सिंह ने ब्लैकमैलिंग का आरोप चार युवतियों पर लगाया था। इसके बाद पुलिस ने इंदौर और भोपाल में छापे मारे थे और आरती दयाल, मोनिका यादव, श्वेता जैैन और श्वेता स्वप्निल जैन को गिरफ्तार किया था।