पहले चेत जाते तो नही होती चप्पलबाजी ..

लोकतंत्र में जनता मालिक होती है , परन्तु नौकरशाह चन्द रुपयों के खातिर जनप्रतिनिधियों ,अधिनस्त कर्मचारियों की आबाज को अनसुना कर देते है , तो देरसबेर इसका खामियाजा नौकरशाहों को चप्पलबाजी जैसी शर्मनाक दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ता है ! इससे ना केवल पूरा तंत्र बदनाम होता है ! बल्कि आम जनमानस में अधिकारी की इज्जत सरे बाजार नीलाम हो जाती है ! हम ऐसी किसी भी घटना का समर्थन नही करते है परन्तु इतना जरुर चेताना चाहते है की जनता और जनप्रतिनिधियों की शिकायतों पर नौकरशाहों को गंभीरता से लेना चाहिए ! नौकरशाह खुद या अपने आकाओं के कहने पर अबैध वसूलीकर लाखों कमा ले ,परन्तु चप्पलों की गूँज उन्हें ताजिंदगी सुनाई पड़ती रहेगी ? चन्द रुपयों की चप्पलें लाखों रुपयों पर भारी पड़ती है ….राकेश प्रजापति 

बीते दिनों छिंदवाड़ा के जनजाति कार्य विभाग में एसी पर चप्पल चली… बाद में चप्पल चलाने वाली अधीक्षिका को सस्पेंड किया गया। पूरे घटनाक्रम में आरोप था कि हॉस्टल का चार्ज लेने देने के एवज में ट्राइबल के अफसर हजारों रुपए की रिश्वत ले रहे हैं, इसमें सहायक आयुक्त से लेकर मंडल संयोजक तक के नाम सामने आए।

जानकार बताते है की इसमें मुख्य भूमिका मंडल संयोजकों की थी ! इस विभाग में बर्षों से मंडल संयोजक जमे हुए है और उनकी कार्यप्रणाली हमेशा से ही विवादास्पद रही है इनकी अनेकों शिकायतों से विभाग की फाइलें गुलजार है परन्तु इन कमाउपूतों पर एसी की नजरे इनायात रही है ! विभाग में इनके माध्यम से सामूहिक लूट और लूट का आपसी बटवारा किसी से छिपा नही है !

ऐसा नही है की इनकी करतूतों का इल्म एसी श्री मरकाम को नही था , और तो और इनके कार्यविभाजन (17 /10/2022)से ठीक 11 दिन पहले (06/10/2022)  राजनैतिक दल गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को राष्ट्रिय महासचिव कुंवर बलवीर सिंह तोमर ने मण्डल संयोजक श्रीमती रजनी आगामे और रवि कनोजिया की कारगुजारियों की नामजद शिकायत जनजाति विभाग के मंत्री से लेकर विभाग प्रमुख से करते हुए अन्यंत्र जिलो में ट्रांसफर करने को की थी ! इसके बाबजूद भी अवैध वसूली के असीम प्रेम ने शिकायतों को नजर अंदाज कर दिया ! अगर एसी पहले ही चेत जाते तो चप्पल बाजी की घटना को टाला जा सकता था ….क्रमशः