144 की सूची आते ही कांग्रेस को झटका ..

प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की पहली सूची आते ही पार्टी में बबाल मच गया है जहाँ देखो वही से बगावत की सुर सुनाई दे रहे है ! लगातार विरोध और इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है ! टिकट न मिलने से नाराज नेताओं और उनके समर्थकों की नाराजगी देखने को मिल रही है !  कांग्रेस में नाराज नेता भी खुलकर सामने आ गए हैं। टीकमगढ़ की खरगापुर विधानसभा, ग्वालियर की ग्रामीण, सतना की नागोद के साथ ही बिजावर, दतिया, डबरा और पवई जैसी कई सीटों पर प्रत्याशी का विरोध नजर आया है….

वहीं दूसरी ओर कमलनाथ ने इन्हें मप्र के भविष्य-निर्माता बताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सूची थोपी गई है जबकि हमारी सूची लोकतंत्र की मूल भावना के अनुरूप बनी है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि जिनमें निस्वार्थ भाव से जन सेवा का व्रत लेने का संकल्प है, उन्हीं को हमने टिकट दिया है।

कमलनाथ ने कांग्रेस की पहली सूची के बाद ट्वीट कर अपनी यह प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट किया कि कांग्रेस ने प्रत्याशियों की नहीं, मप्र के भविष्य-निर्माताओं की सूची जारी की है। इस सूची से मप्र की जनता को सकारात्मक रूप से ये सूचित किया गया है कि जिनमें निःस्वार्थ भाव से जनसेवा का व्रत लेने का संकल्प है, उन्हें ही जनता का प्रतिनिधित्व करने के लिए आम जनता व कार्यकर्ताओं के कहने पर ये अवसर दिया गया है।

राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है  कि कमलनाथ का यह बयान कांग्रेस के नाराज नेताओं को और नाराज कर सकता है। दरअसल सूची आने बाद कई सीटों पर विरोध दिखाई दे रहा है। पुतला दहन के साथ ही टिकट के दावेदार कई वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है। ऐसे में कमलनाथ का ये कहना कि जिनमें निःस्वार्थ भाव से जनसेवा का व्रत लेने का संकल्प है, हमने उन्हें ही टिकट दिया है। नाराज नेताओं को और नाराज कर सकता है।