जीत के भी हार गए छिंदवाडा के मतदाता ..

छिंदवाड़ा/पांढुरना विधानसभा निर्वाचन 2023 में संपन्न हुए निर्वाचन में जिले की सभी सातों विधानसभा सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशियों ने अपनी जीत हासिल की ! बावजूद इसके छिंदवाड़ा जिले के मतदाताओं और विजयी हुए प्रत्याशियों के चेहरे पर जो खुशी देखने को मिलनी थी वह मायूसी में बदल गई ? सभी के जहन में बस यही एक सवाल बार-बार उठ रहा था कि इस जीत के मायने क्या ? भारतीय लोकतंत्र में चुनाव अपनी एक अलग अहमियत रखते हैं जहां मतदाता अपनी पसंद के जनप्रतिनिधियों का चुनाव करता है इस आशा के साथ की क्षेत्र का विकास होगा , जिले की विकास यात्रा में जिले की विभिन्न अधूरी या स्थगित की गई जनकल्याणकारी योजनाओ को पुनः गति मिलेगी? परंतु यह सब एक झटका के साथ मायूसी में बदल गई …. राकेश प्रजापति 
छिंदवाड़ा/पांढुर्णा विधानसभा क्षेत्र में वे सभी पुराने चेहरे इस 16वीं विधानसभा निर्वाचन में एक बार पुनः विजयी हुए , जिले की सातों विधानसभा के रिजल्ट इस प्रकार है :–

(1) छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी कमलनाथ ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी के विवेक बंटी साहू को 34,596 मतों से हराकर जीत हासिल की !

(2) जुन्नारदेव विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस.. सुनील उईके के ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी के श्री नाथन शाह को 2,885 मतों से पराजित किया !

(3) अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी कुंवर कमलेश शाह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी की सुश्री मोनिका मनमोहन शाह बट्टी को 25,086 मतों से पराजित किया !

(4) परासिया विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी सोहन वाल्मिक ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी श्रीमती ज्योति डेहरिया को 1,792 मतों से पराजित किया !

(5) पांडुरना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी..निलेश उइके ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी के प्रकाश उइके को 10,457 मतों से पराजित किया !

(6)सौंसर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी विजय चौरे ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी के श्री नाना भाऊ मोहड़ को लगभग 11,000 मतों से पराजित किया

(7) चौरई विधानसभा क्षेत्र में बड़ा रोचक मुकाबला हुआ यहां अंतिम चक्र तक दोनों ही प्रत्याशियों के बीच मुकाबला कर था बावजूद इसके कांग्रेस प्रत्याशी सुजीत चौधरी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी के लखनलाल वर्मा को…8,134 मतों से पराजित किया !

छिंदवाड़ा/पांढुरना जिले के मतदाता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं ! यकीनन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लिए यह जीत बड़ी हो सकती है परंतु कमलनाथ के गढ़ कहे जाने वाले छिंदवाड़ा के लोग प्रदेश में कांग्रेस की सरकार और खास कर कमलनाथ को मुख्यमंत्री के रूप में देखने की चाह से उनका जनमत  कांग्रेस की झोली में गया ! कांग्रेस के छिंदवाड़ा जिला मुख्यालय राजीव भवन में मायूसी का आलम है  कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है ..

छिंदवाड़ा/पांडुरना जिले के प्रभारी मंत्री चुनाव हारे ….

इस विधानसभा चुनाव में छिंदवाड़ा/पांडुरना के साथ एक रोचक तथ्य जुड़ गया है। जो यह दर्शाता है कि उनके प्रभारी मंत्री रहने के बावजूद भी इस जिले का विकास रुक सा गया था ! इन्होंने कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में शुरू हुए विकास कार्यों को ना तो गति दी और ना ही बंद पड़े कामों की शुरुआत की , छिंदवाड़ा/पांडुरना के प्रभारी मंत्री रहे चार दिग्गज नेताओं को हार का सामना करना पड़ा है।
हारने वालों में कोरोना काल में मंत्री अरविन्द भदौरिया , कृषि मंत्री कमल पटेल, पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरी शंकर बिसेन के साथ कमलनाथ सरकार में पीएचई मंत्री रहे सुखदेव पांसे शामिल हैं। यह चारों अलग-अलग समय में छिंदवाड़ा के प्रभारी मंत्री रह चुके हैं।