महज आठ सेकेंड में जमीदोज हुई 29 और 32 मंजिला इमारते ..

समय के साथ देश ने भी तकनिकी दक्षता में जबरदस्त कामयावी पाई है ! महज आठ सेकेंड के अंदर नोएडा का ट्विन टावर ढहा दिया गया। 32 और 29 मंजिला दोनों इमारतें पूरी तरह से मलबे में तब्दील हो गईं हैं। टावर में जैसे ही ब्लास्ट शुरू हुए, धुएं का गुबार उठना शुरू हो गया। कई किलोमीटर दूर तक लोगों ने इस धुएं के गुबार को देखा। आस-पास के 50 से ज्यादा इमारतें पूरी तरह से धूल-धूल से पट गईं..

ट्विन टावर गिराने के लिए पूरी व्यवस्था पहले से कर ली गई थी। 500 मीटर के दायरे में पड़ने वाली सभी इमारतों को खाली करा दिया गया था। कई इमारतों को ढक भी दिया गया था। ठीक दो बजकर 30 मिनट पर पहला धमाका हुआ। ये धमाका 29 मंजिला इमारत के सबसे नीचे हुआ। इसके बाद एक के बाद एक 29 मंजिले इमारत के हर फ्लोर पर ब्लास्ट हुआ। कुछ सेकेंड के अंदर ही ये 29 मंजिला इमारत धराशाही हो गया। इसके तुरंत बाद 32 मंजिला इमारत में ब्लास्ट शुरू हुआ। इसमें भी शुरुआत इमारत के सबसे नीचे से हुआ। देखते ही देखते आठ सेकेंड के अंदर दोनों इमारतें मलबे में तब्दील हो गई। 

कई किलोमीटर दूर तक दिखा धुएं का गुबार :- ट्विन टावर गिरते ही धुएं का गुब्बार उठा। आस-पास पूरी तरह से धुंध छा गया। एक्सप्रेस वे तक इस धुएं के गुब्बार को लोगों ने देखा। देश में ये पहला मौका था जब इस तरह से किसी ऊंची इमारत को ध्वस्त किया गया है। 

पड़ोसी इमारतों को  नुकसान नहीं :- ट्विन टावर गिरने के बाद नोएडा अथॉरिटी की सीईओ ऋतु महेश्वरी का बयान आया है। उन्होंने कहा कि इमारतों के गिरने से आसपास की बिल्डिंग को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। आसपास की सभी इमारतें सुरक्षित हैं।

पानी का लगातार हो रहा छिड़काव :- ट्विन टावरों के जमींदोज होने का बाद चारों तरफ धूल का गुबार फैल गया। धूल का गुबार अनुमान से भी ज्यादा है, यह एक्सप्रेस वे तक फैल गया है। धूल को कम करने के लिए लगातार पानी का छिड़काव किया जा रहा है। धुंध छंटने के बाद विशेषज्ञों की टीम नुकसान का आंकलन करेगी। 

भ्रष्टाचार के ट्विन टावर को गिरते हुए देखने के लिए लोग काफी उत्सुक दिखे। आसपास के इलाकों में लोगों ने छतों पर चढ़कर पूरी कार्रवाई देखी। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर पहुंच गए हैं। साभार मिडिया रिपोर्ट