पंचायत चुनाव के चलते अधिकारियो /कर्मचारियों में हडकंप

आसन्न पंचायत चुनाव के कार्यों में लापरवाही करने पर कामचोर,आलसी और गैरजिम्मेदार अधिकारियों / कर्मचारियों की समत आ गई है ,परन्तु उन्ही जिलो में जहाँ के जिला निर्वाचन अधिकारी निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्य को जिम्मेदाराना तरीके से संपादित करते हैं , वरना लापरवाह गैर जिम्मेदाराना अधिकारी कर्मचारी इसी का फायदा उठाकर तरह-तरह के कृत्रिम बहाने बनाकर चुनाव जैसे महत्वपूर्ण कार्य से अपना पीछा छुड़ा लेते हैं ! जिला निर्वाचन अधिकारियों का यह पदीय दायित्व है कि वे निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों का शत प्रतिशत पालन कर निर्बाध रूप से निर्विवादित निर्वाचन संपन्न कराएं ? चुनावी प्रक्रिया शुरू होते ही प्रदेश के विभिन्न जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारियों के द्वारा निर्वाचन कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों कर्मचारियों पर प्रशासनिक लाठी का प्रहार देखने को मिल रहा है ! इससे यह सिद्ध होता है कि यहां के निर्वाचन अधिकारी अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन सजग रहकर कर रहे हैं … 

रतलाम कलेक्टर के निर्देश पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा स्कूलों का सतत निरीक्षण किया गया। शिक्षकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने, शैक्षणिक गुणवत्ता तथा गतिविधियों के सुचारू संचालन के लिए विगत माह में किए निरीक्षण के दौरान 23 संस्था प्रमुखों को कमियों के लिए चेतावनी पत्र जारी किए गए।

जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिन संस्था प्रमुखों को चेतावनी पत्र जारी किए गए हैं उनमें हायर सेकेंडरी मुंदड़ी, आलोट, ताल, बांगरोद, हाटपिपलिया, बड़ावदा, धोसवास, रतलाम क्रमांक 1 विनोवा स्कूल रतलाम, हतनारा, बरडिया गोयल, सरसी हाई स्कूल, गुल बालोद, रत्तागिरी, प्रीतम नगर, दंतोडिया, सागौद, इटावा माताजी, धमोतर, पलाश, कनेरी, गढ़गढ़िया शामिल है। 4 संस्थाओं के बंद पाए जाने अथवा संस्था के शिक्षक कर्मचारी द्वारा बिना सूचना अनुपस्थित पाए जाने पर संबंधितों का अनुपस्थित अवधि का वेतन काटा गया। उनमें हाई स्कूल रतगढ़खेड़ा हायर सेकेंडरी, नगरा हाईस्कूल, कुआंझागर तथा प्राथमिक विद्यालय करिया शामिल है।

भोपाल कलेक्टर के निर्देश परमप्र पंचायत चुनाव के कार्यों में लापरवाही पर भोपाल के कुल 27 कर्मचारियों पर निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।इनमें कंप्यूटर ऑपरेटर, डाटा इंट्री ऑपरेटर, सहायक ग्रेड-3, व्याख्याता, प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूल के शिक्षक शामिल हैं। यह कर्मचारी लघु उद्योग निगम, पाठ्य पुस्तक निगम, पॉलीटेक्निक कॉलेज, सहकारिता, खेल, नगरीय प्रशासन, कृषि, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा विभाग एवं बरकतउल्ला यूनिवसिर्टी के कर्मचारी शामिल है।आरोप है कि 1 महीने पहले चुनावी कार्यों के चलते इनकी ड्यूटी राज्य निर्वाचन आयोग में लगाई गई थी, बावजूद इसके ये अनुपस्थित पाए गए।

इंदौर कलेक्टर के निर्देश पर कृषि विभाग के 3 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। यह कार्रवाई इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर अपर कलेक्टर अभय बेडेकर द्वारा की गई है। जिन कर्मचारियों को निलंबित किया गया है, उनमें उर्वरक बीज कीटनाशी निरीक्षक RS तोमर तथा एस इजारदार और सहायक रविकांत वर्मा शामिल है।

बेडेकर ने बताया कि इसके साथ ही दो सहायक संचालकों विजय जाट और गोपेश पाठक को शोकाज नोटिस दिये गये है। उन्होंने बताया कि इन कर्मचारियों द्वारा उर्वरकों की जांच के लिये सेंपल लेने के संबंध में अपने पदीय कर्तव्यों का भली भाति निर्वहन नहीं किया गया और लापरवाही बरती गई। इनको उर्वरक के सैम्पल केंद्रों से लेने थे पर इनके द्वारा रेल्वे रेक पर जाकर सीधे सैम्पल लिये हैं जो अनुचित प्रक्रिया है। निलंबन अवधि में 3 कर्मचारियों का मुख्यालय जिला निर्वाचन कार्यालय रहेगा।

शिवपुरी कलेक्टर के निर्देश पर में दो चिकित्सा अधिकारियों और  23 स्कूलों के संस्था प्रमुखों को चेतावनी पत्र और 4 का वेतन काटा गया है। शिवपुरी में सरकारी अभियान जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम में रुचि न लेने एवं पदीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही एवं उदासीनता बरतने पर दो चिकित्सा अधिकारियों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किए गए है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.पवन जैन ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रन्नौद के चिकित्सा अधिकारी डॉ.आकाश यादव एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बदरवास के आरबीएसके चिकित्सा अधिकारी डॉ.अमलेश गौतम को कारण बताओ सूचना पत्रों का स्पष्टीकरण 3 दिवस में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है। संतोषजनक जवाब प्रस्तुत न करने पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी।