दूसरी बार ऐसा हुआ भगवान पशुपतिनाथ का जलाभिषेक ..

प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से लगभग सभी छोटी बड़ी नदियाँ उफान पर है ! लोगो की ज़रा सी लापरवाही जान ले रही है ! प्रदेश के चालीस से अधिक जिलों में अत्यधिक बारिश आफत बन कर आसमान से उतर रही है !प्रदेश के मंदसौर में लगातार हो रही बारिश के बाद शिवना नदी उफान पर है। सोमवार देर रात शिवना का जलस्तर बढ़ने के बाद आज सुबह तक भगवान पशुपतिनाथ के गर्भगृह तक पहुंच गया। जिससे अष्टमुखी प्रतिमा के नीचे हिस्से के चार मुख पुरी तरह जलमग्न हो गए।  एक सप्ताह में दूसरी बार ऐसा हुआ है कि भगवान पशुपतिनाथ का जलाभिषेक हुआ है….

गौरतलब है कि बाबा पशुपतिनाथ की प्रतिमा का शिवना के जल से अभिषेक करना मंदसौर वासियों के लिए शुभ माना जाता है। इस संयोग के बाद मंदिर में ढोल नगाड़े बजना शुरू हो गए। वहीं, शिवना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।

मध्यप्रदेश में टूटा पिछले छह साल का रिकॉर्ड : लगातार हो रही बारिश ने जिले के तरबतर कर दिया है। कई गांव और शहर के हिस्सों में लोगो के घर मे पानी भर गया है। कई रास्ते बंद है। चौबीस घण्टों में रतलाम शहर में 5 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई है। पिछले 24 घंटे में जिले में सबसे ज्यादा बारिश आलोट में हुई है।

यहां सवा 11 इंच दर्ज की गई है। धोलावाड़ जलाशय को भी लबालब कर दिया है। जलाशय में और पानी आने पर डैम के गेट कभी भी खोले जा सकते हैं।

उज्जैन में अत्यधिक वर्षा के कारण आज  23 अगस्त का विद्यार्थियों के लिए अवकाश घोषित किया गया है।

छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बारिश से दोनों राज्यों को जोड़ने वाले रास्ते बंद हो गए हैं। भारी बारिश के चलते गौरेला-पेंड्रा-मरवाही से करीब 15 किमी आगे मध्यप्रदेश के अनूपपुर में लैंडस्लाइड होने से सड़क क्षतिग्रस्त हो गई जिसके चलते 15 से 20 ट्रक फंस गए हैं। वहीं, राजेंद्रग्राम-अमरकंटक को जोड़ने वाले किरर मार्ग पर रिटेनिंग वॉल सहित सड़क बहने का मामला सामने आया है। यहां जिला प्रशासन ने अगले आदेश तक आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया है।

नर्मदा का जल स्तर बीते 24 घंटों में 945 फीट से 964 फीट पहुंच गया है और आज देर रात डेंजर लेवल 967 फ़ीट से ऊपर जाने का ख़तरा है। नर्मदा और बेतवा से लगे जिलों में जिला प्रशासन को हाई अलर्ट किया गया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर ACS गृह शाम से ही ज़िलों की बाड़े की स्तिथि की समीक्षा कर रहे हैं।

इधर केरवा के 8 के 8, कलियासोत के 13 के 13, सगड 12 में से 10, राजघाट के 18 में से 16 गेट खोले गए हैं। इन सबका पानी बेतवा नदी में जलस्तर बढ़ा रहा है। नर्मदा बेसिन के बरगी डैम के 21 में से 17, बरना डैम के 8 में से 6, तवा डैम के 13 के 13 गेट खुले हैं। नर्मदा बेसिन के ही इंदिरासागर बांध के 20 में से 12 और ओंकारेश्वर डैम के 23 में से 18 गेट खुले हैं।

मौसम विभाग ने बताया कि मध्यप्रदेश में हो रही आफत की बारिश ने पिछले छह साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वहीं सीएम शिवराज ने लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है।