बंदूक और तलवारों के साए में दशहरा मिलन ..

भाजपा से बर्खास्त प्रीतम सिंह लोधी खुद का बजूद कायम करने में लगे हैं। खुद को शक्तिशाली साबित करने के लिए प्रीतम सिंह लोधी ने शक्ति प्रदर्शन भी करना शुरू कर दिया है। दशहरा मिलन समारोह के नाम पर प्रीतम सिंह लोधी ने ग्वालियर में शक्ति प्रदर्शन किया है। इस शक्ति प्रदर्शन की खास बात यह रही कि समारोह में शामिल सभी लोग हथियारों से लैस होकर आए थे।

बंदूक और तलवारों के साए में यह दशहरा मिलन समारोह मनाया गया। शहर के जलालपुर इलाके स्थित तलवार वाले हनुमान मंदिर परिसर में प्रीतम सिंह लोधी की तरफ से दशहरा मिलन समारोह आयोजित किया गया था..

ज्ञात हो कि इसमें यादव समाज के नेता भी शामिल हुए थे। दशहरा मिलन समारोह के नाम पर शक्ति प्रदर्शन कर रहे प्रीतम सिंह लोधी ने समारोह में अपने समर्थकों के आगे साफ शब्दों में कह दिया कि न हम अत्याचार करेंगे और न अत्याचार देखेंगे और आखिर में उन्होंने कहा कि न अत्याचार सहेंगे।

प्रीतम सिंह लोधी के इन शब्दों के साथ कार्यक्रम में मौजूद उनके समर्थकों ने बंदूक और तलवार लहराकर अपनी सहमति दी।प्रीतम सिंह लोधी के तेवर देखकर एसा लगता है कि प्रीतम सिंह लोधी अब भाजपा  को अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं और यही वजह है कि वे समय-समय पर शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं।

गौरतलब है कि प्रीतम सिंह लोधी भाजपा के नेता थे। उन्होंने ब्राह्मण समाज के ऊपर टिप्पणी की थी। इसके बाद पार्टी ने बाहर निकाल दिया था। इसके बाद से प्रीतम सिंह लोधी लगातार भाजपा के खिलाफ बोल रहे हैं। साथ ही इस कार्रवाई के खिलाफ ओबीसी समाज भी उनके साथ खड़ा नजर आ रहा है।

चंबल इलाके के कई गांवों में ओबीसी समाज के लोगों ने ब्राह्मणों से पूजा नहीं करवाने का फैसला किया था। इसके साथ ही ओबीसी समाज के बैनर तले प्रीतम सिंह लोधी लगातार सभाएं भी कर रहे हैं। चुनावी साल में प्रीतम सिंह लोधी भाजपा के लिए नई मुसीबत खड़ी कर सकते हैं।