निर्दलीय अखाड़े में भाजपा-कांग्रेस के बागी ..

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव बड़ा ही रोचक होते जा रहा है !  भाजपा-कांग्रेस में बगावत बढ़ती जा रही है। नाराज नेताओं के समर्थक गाली- गलौच और मारपीट पर उतारू हो रहे है ,कोपभाजन के शिकार वरिष्ठ नेता हो रहे है ! पुतला दहन , मुर्दाबाद के नारे और भद्दी-भद्दी गलियां इनको सम्मान के रूप में समर्पित की जा रही है ! पार्टी दफ्तर अखाड़ों का स्वरूप ले चुके है ! यहाँ हर दांव समर्थक लगा रहे है ! बचाव की मुद्रा में वरिष्ठ पदाधिकारी दिखाई पड रहे है !  धैर्य की मुद्रा में ये बाचाल नेता गिरगिटों की मानिंद रंग बदल-बदल कर अपने को बचाए हुए है ! वरना कब किसकी शामत आ जाय कुछ कहा नही जा सकता है, वैसे भी करनी का फल एक न एक दिन सबको भोगना ही पड़ता है ! हम भी आप ही की तरह इनकी सलामती की सिर्फ दुआ ही कर सकते है  ….राकेश प्रजापति 

मौजूदा वक्त में भयावह होती परिस्थितियों के बीच दोनों दलों के रणनीतिकारों को लग रहा है कि आगे चलकर स्थिति संभल जाएगी। वहीं, कुछ सीटों पर बागियों ने अपने-अपने दलों से लोहा लेने की तैयारी शुरू कर दी है। पुराने दल से इस्तीफा देकर नए दल का दामन थाम लिया है। वहीं, कुछ निर्दलीय ही अखाड़े में उतरने की तैयारी कर रहे हैं।

मध्य प्रदेश में  कांग्रेस 47 और भाजपा 28 सीटों पर विरोध और बगावत झेल रही है। दोनों दल के बड़े नेताओं को भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। ग्वालियर सिंधिया समर्थक मुन्ना लाल गोयल का टिकट कटा तो उनके समर्थक जयविलास पैलेस पहुंच गए और आक्रोश में जमकर भजन कीर्तन किया !  कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल के समर्थक ने कमलनाथ के आवास के सामने आत्मदाह की कोशिश की।

बुरहानपुर में टिकट कटने के बाद नंदू भैया के बेटे ने शक्ति प्रदर्शन किया है। साथ ही हर जगह पर इस्तीफों की झड़ी लगी हैं। ऐसे में कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां भाजपा और कांग्रेस की लड़ाई बागियों से है।

भाजपा के बागी मैदान में :- भाजपा से चाचौड़ा विधानसभा से प्रियंका मीणा को उम्मीदवार बनाया तो पूर्व विधायक ममता मीणा बागी बन गईं। इसके बाद वह आप में शामिल हो गईं और चुनाव लड़ रही हैं।  भाजपा ने रसाल सिंह को इस बार लहार सीट से टिकट नहीं दिया। चार दशक से लहार पर कांग्रेस का कब्जा है। इसके बाद रसाल सिंह बागी बन गए हैं। उन्होंने पाला बदलकर बीएसपी की सदस्यता ग्रहण कर ली। भिंड से बीजेपी विधायक संजीव कुशवाह का टिकट कट गया है। इसके बाद उन्होंने भी चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। मुरैना से पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह का भी बीजेपी ने टिकट काट दिया। इसके बाद वह बीएसपी में शामिल हो गए और चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। रैगांव से भाजपा ने प्रतिमा बागरी को उम्मीदवार बनाया है। इसके बाद पुष्पराज बागरी नाराज हो गए हैं। उन्होंने भी चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। सीधी से भाजपा ने रीति पाठक को उम्मीदवार बनाया है। केदारनाथ शुक्ला का टिकट काट दिया है। शुक्ला इसके बाद निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी में जुट गए हैं।

कांग्रेस में भी यलगार :- सुमावली सीट से विधायक अजब सिंह कुशवाह का टिकट कांग्रेस ने काट दिया है। इसके बाद अजब सिंह ने पार्टी छोड़ दी है। अजब सिंह बीएसपी में शामिल हो गए हैं। वह बीएसपी से चुनाव लड़ेंगे। धरमपुरी सीट पर भी बगावत बढ़ गई है। वहां से पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह ने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। भोपाल उत्तर से पार्टी ने कांग्रेस विधायक के बेटे को टिकट दिया है। इसके बाद यहां भी बगावत है। कांग्रेस नेता नासिर इस्लाम ने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। ग्वालियर ग्रामीण सीट पर भी बगावत के स्वर उठ रहे हैं। टिकट की घोषणा के बाद केदार कंषाना ने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। बंडा सीट पर भी कांग्रेस में बगावत है। पार्टी ने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। इसके बाद सुधीर यादव ने आप से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। इस राजनैतिक आखाड़े के परिणाम समय के साथ साथ बदलते रहेंगे ,और हम भी आप ही की तरह इस कुश्ती का आनन्द लेते रहेंगे ..