शराब नीति : मुख्यमंत्री को 2 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम..

बीते कुछ बर्षो से राष्ट्रिय और प्रदेश की राजनीति से दूर हंसिये पर पड़ी प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और फायर ब्रांड महिला नेत्री उमा भारती शराब बंदी के सवाल पर बवाल मचा कर प्रदेश की राजनीति में आपनी जगह बनाने की जद्दोजहद में लगी हुई है ! बार-बार प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को निशाना बना कर सुर्ख़ियों में बना रहना चाहती है ,जिससे उनका राजनैतिक भविष्य बना और बचा रहे ! इस बार भी सुश्री भारती ने प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान को अघोषित चेतावनी देते हुए शराब को लेकर जल्ग ही कोई फैसला नही लिया जाता है तो वे महिलाओं को लेकर बड़ा आन्दोलन खड़ा कर आर पार की लड़ाई का नेत्रत्व करेंगी ! अब देखने बाली बात यह है की सुश्री भारती की यह चेतावनी को मामा किस तरह से लेते है या फिर उमा भारती की अघोषित चेतावनी गीधड भवकी साबित होती है …

मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और फायर ब्रांड नेत्री उमा भारती शराबबंदी को लेकर लगातार सक्रिय हैं।

शराब दुकान पर पत्थर फेंकने से लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तक को वे पत्र लिख चुकी हैं।

बुधवार को उमा ने ट्वीट कर सीएम शिवराज को एक तरह से अल्टीमेटम दिया है। उन्हें 2 अक्टूबर तक का समय दिया है।

साथ उन्होंनें भोपाल में महिलाओं को एकत्र कर बड़ा आंदोलन करने के संकेत भी दिए हैं।

ज्ञात हो कि उमा भारती बीते तीन-चार दिनों से लगातार ट्वीट के माध्यम से अपनी बात रख रही हैं। बुधवार को भी शराबबंदी को लेकर उन्होंने कई ट्वीट किए। उन्होंने कहा कि मैं जब कल रात को ओरछा पहुंची, ओरछा के माथे पर लगा हुआ कलंक वह शराब की दुकान मेरे विरोध के बाद कुछ दिन बंद रहकर फिर खुल गई। लोगों में भारी आक्रोश है। मैंने अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखा है कि वे भाजपा शासित सभी राज्यों के लिए एक जैसी जन हितैषी शराब नीति लागू करने का विचार करें।

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि शिवराज जी ने  2018 के पहले के अपने कार्यकाल में कुछ ऐसी योजनाएं बनाई थीं। जिसका अनुशरण भाजपा शासित राज्यों एवं विपक्ष के शासित राज्यों ने भी किया था। उदाहरण के तौर पर मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन। यह शिवराज जी की सरकार की नूतन पहल थी जिसकी सर्वत्र प्रशंसा एवं अनुशरण हुआ।

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि शिवराज जी अपनी नई शराब नीति को वापस लेकर एक आदर्श जन हितैषी संशोधित शराब नीति प्रस्तुत कर सकते हैं। हो सकता है कि मध्य प्रदेश ही एक आदर्श शराब नीति के लिए मॉडल राज्य बन जाए।

मेरा तो मध्यप्रदेश में शराब की दुकान के एवं आहातों के सामने अकेले खड़े हो जाने का अभियान 2 अक्टूबर तक जारी रहेगा। यह अब शिवराज जी के हाथ में है कि वह 2 अक्टूबर का मध्य प्रदेश की महिलाओं का भोपाल में एकत्रीकरण हमारी सरकार के लिए धन्यवाद एवं आशीर्वाद के आयोजन में बदल जाए।