नाबालिक का दुराचारी और भ्रूण हत्या की आरोपी महिला डाक्टर गिरफ्तार ..

बीते कई बर्षो से प्रदेश पर बलात्कारी प्रदेश होने का तमगा हटने का नाम ही नही ले रहा है ! क्योंकि इसका सबसे बड़ा कारण है की सामाजिक और महिलाओं में जागरूकता लाने का काम ठीक ढंग से नही हुआ है ! बहुत से Ngo इस क्षेत्र में काम कर रहे है ! परन्तु जिस तरह से काम होना चाहिए नही हो पा रहा है ! महिलाये और परिजन सामजिक प्रतिष्ठा धूमिल होने की बजह से पुलिस में रिपोर्ट लिखाने भी नही जाते है, और अगर कुछ ऊँच नीच घाट गया तो डाक्टर भी आपनी मोती कमाई की लालच में घटना को छुपाने में परोक्ष रूप से मददगार साबित होते है ,इससे बलात्कारियों के हौसले और बुलंद हो जाते है ….

ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया जिसमे किसी अज्ञात व्यक्ति ने पुलिस को सूचना देकर अपराधियों के चहरे से शराफ्त की नकाब उतारने का काम किया ! समाज में ऐसे ही जागरूकता की महती आवश्कता है ! तभी फिजां बदलने की परिकल्पना की जा सकती है ..

प्रदेश के बैतूल जिले के आमला थाना क्षेत्र निवासी  15 साल की नाबालिग लड़की कोचिंग सेंटर में पढ़ने जाती थी , उसी कमजर्फ कोचिंग सेंटर  संचालक ने नाबालिग के साथ बीते साल अक्टूबर में दूराचार कर डरा धमका कर चुप रहने की हिदायत दी । जिसके चलते पीडिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई न ही घटना की जानकारी परिजनों को दी।

परन्तु घटना के बाद पीडिता गर्भवती हुई तो बलात्कार की धटना का राज पर से पर्दा फ़ास हो गया। खुलासा होने के बाद आरोपी के माता-पिता ने पीड़िता को बैतूल के एक निजी अस्पताल करुणा हॉस्पिटल में हाल ही में  उसका गर्भपात करवा दिया।

पुलिस ने बताया की इस मामले को लेकर किसी अज्ञात व्यक्ति ने बैतूल एसपी सिमाला प्रसाद को फोन करके सूचना दी। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने पुलिस की टीम को पीड़िता के घर भेजा और 26 मार्च को आरोपी के खिलाफ आमला थाने में धारा 376 का मामला दर्ज कराया  गया और कल 30 मार्च 2022 को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

जांच में पाया गया कि आरोपी के माता-पिता ने पीड़िता को बैतूल के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में ले जाकर उसका गर्भपात कराया। पुलिस की टीम बुधवार को शाम उक्त हॉस्पिटल पहुंची और नाबालिग के भर्ती होने से संबंधित दस्तावेज खंगालने के बाद जब यह पता चल गया कि नाबालिग का गर्भपात अस्पताल की महिला डॉक्टर वंदना कापसे ने किया है।

पुलिस ने महिला चिकित्सक के खिलाफ भ्रूण हत्या की धारा 315 का मामला दर्ज कर  उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में आरोपी कोचिंग संचालक प्रकाश भोजकर के माता-पिता को भी सहआरोपी बनाया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और अधिक जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है की इस मामले में और कौन कौन लोग शामिल थे।