हरियाणा में धान और बाजरे की खरीद कल से शुरू ….

किसानों के लगातार प्रदर्शन को लेकर आखिरकार हरियाणा सरकार की अक्ल ठिकाने आ गई ! धान खरीद को लेकर चल रहे किसानों के प्रदर्शन के बीच सरकार ने कल रविवार से फसल खरीद शुरू करने का फैसला लिया है। हरियाणा और पंजाब में एक अक्तूबर की बजाय 11 अक्तूबर से धान की खरीद शुरू किए जाने के निर्णय के बाद किसान आज उग्र आंदोलन कर रहे थे।सीएम मनोहर लाल ,खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के राज्य मंत्री अश्विनी चौबे से मिले। मुलाक़ात के तुरंत बाद सीएम ने कहा कि मानसून में देरी के कारण केंद्र सरकार ने धान और बाजरा खरीद एक की बजाय 11 अक्तूबर से 

करने का निर्णय लिया था ! किसानों की खरीद जल्द शुरू करने की मांग है तो फसल की खरीद कल से शुरू कर दी जाएगी। इससे पहले केंद्रीय खाद्य एवं आपूर्ति और उपभोक्ता राज्यमंत्री अश्वनी चौबे ने एलान किया कि हरियाणा और पंजाब में धान की खरीद तीन अक्तूबर से शुरू हो जाएगी। ज्ञात हो कि मानूसन में देरी की वजह से केंद्र ने धान की खरीद को 11 अक्तूबर से शुरू करने का फैसला किया था।

इसी बीच गृहमंत्री अनिल विज ने ट्वीट किया कि किसान आंदोलन दिंन प्रतिदिन हिंसक होता जा रहा है। महात्मा गांधी के देश मे हिंसक आंदोलन की इजाजत नहीं दी जा सकती। किसान नेता अपने आंदोलन को संयम में रखें। किसानों ने सोनीपत में सांसद रमेश कौशिक के आवास के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। वहीं पानीपत में धान की खरीद की तिथि आगे बढ़ाए जाने से किसानों को हो रही परेशानी पर सांसद दीपेंद्र हुड्डा अनाज मंडी में सांकेतिक धरने पर बैठे। वहीं पंचकूला के चंडी मंदिर में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। यमुनानगर में किसानों ने मंत्री कंवर पाल का घर घेरा। 

हरियाणा में किसानों ने किया था प्रदर्शन : इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की तरफ से हरियाणा और पंजाब में देर से धान की खरीद शुरू किए जाने के निर्णय पर आंदोलन शुरू करने का ऐलान था। इसी के मद्देनजर शनिवार दोपहर को करनाल में प्रदर्शनकारी किसान मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निवास के घेराव के लिए इकट्ठा हुए। प्रदर्शनकारी पुलिस बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़े तो पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। जिससे किसानो का आन्दोलन और उग्र होते जा रहा था                                                                                साभार :मिडिया रिपोर्ट