मुहँ चलाने से बाज नही आ रहे भाजपाई ..

देश भर में 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए किया ! इसके पीछे मकसद सोशल डिस्टेंसिंग को सुनिश्चित करना था। लेकिन सिर्फ 3 दिन में ही भुखमरी के मुहाने पर पहुंचे हजारों कामगार अपने घरों को पैदल कूच करने को मजबूर हैं। वहीं भाजपा के नेता ऐसी नाजुक समय में भी बेतुके बयानों से बाज नहीं आ रहे हैं , ऐसे में ही जनमानस के सामने राजनेताओ की छवि लगातार नगण्य होती जा रही है ,इसके बयानों को जनता गंभीरता से नही ले रही है….

भाजपा नेता बलबीर पुंज ने बेचारे गरीब दिहाड़ी प्रवासी मजदूरों का मजाक उड़ाते हुए कहा कि वे हालत की गंभीरता को नहीं समझ रहे हैं और जबरदस्ती छुट्टी का इस्तेमाल अपने घरों से मिलने के लिए कर रहे हैं। पुंज ने ट्वीट में लिखा, ‘खानाबदोश मजदूर दिल्ली छोड़कर क्यों जा रहे हैं ? पैसों की चाहत या खाने की ? नहीं। यह लापरवाही है। घर पर नौकरी या पैसा उनका इंतजार नहीं कर रहा है। इसके (लॉकडाउन) जरिए वे जबरदस्ती मिली ‘छुट्टी’ का इस्तेमाल अपने परिवारों से मिलने या घर पर बाकी पड़े कामों को पूरा करने के लिए कर रहे हैं। हालात की गंभीरता से उन्हें कोई लेना-देना नहीं।’

* वहीं उनके इस ट्वीट पर पलटवार करते हुए वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष ने ट्वीट में लिखा, ‘बलबीर पुंज बीजेपी/संघ के सदस्य हैं। सरकार विदेशों में फँसे भारतीयों को लाने के लिये विशेष विमान भेजती है। देश के ग़रीबों को ये ग़ैरज़िम्मेदार बताते हैं। बीजेपी सरकारें इन ग़रीबों के लिये विशेष विमान क्यों नहीं भेजती! ये विचारधारा की मानसिकता है।’

* पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने इसको लेकर बलबीर पुंज को ट्वीट के रिप्लाई में खरी खरी सुनाई। कीर्ति आजाद ने लिखा- आपको शर्म आनी चाहिए, वे छुट्टी मनाने के लिए 1000 किलोमीटर भोजन पानी लेकर पैदल चलते हैं ? क्योंकि आप घर पर आराम से रहते हैं और विलासिता व बुनियादी जरूरतों तक आसान पहुंच रखते हैं।