प्रदेश की राजनीति में बदलाव के संकेत ..

मंदिर मंदिर माथा टेकने के बाद प्रदेश के मुखिया कल दिल्ली रवाना होंगे , प्रदेश की राजनीति में कुछ बदलाव के संकेत मिल रहे है …. प्रदेश में बीते दो दोनों से भाजपा की राजनीति में बैचेनी और परिवर्तन का धुंधलका गहरा गया है ! बुरे वक्त में इंसान को भगवान्अ ही नजर आते है ! अन्दरखाने से आ रही ख़बरों के मुताबिक़ प्रदेश में आगामी एक साल में विधानसभा चुनाव आसन्न है ! उसको लेकर प्रदेश की राजनीति में कुछ बदलाव के संकेत मिल रहे है ! बताया तो यह भी जा रहा है की भाजपा की राष्ट्रिय राजनीति के मुताबिक़ आगामी चुनाव परिणाम अपने हक़ में लाने के लिए मुख्यमंत्री भी बदले जा सकते है ! जैसा की प्रयोग भाजपा चुनावों से पहले अनेक राज्यों में कर चुकी है !ताकि किसी को नाराजगी भी ना रह जाय और ऐन चुनावों के बीच आपसी गुटबंदी के चलते सत्ता सुंदरी आते आते हाथों से रेत की मानिंद फिसल न जाये ! इन सब पर गंभीरता के साथ बिचार विमर्श चल रहा है ! ऐसा भी हो सकता है की कांग्रेस को नेस्तोनाबूत करने के लिए चुनावों तक प्रदेश की बागडोर ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी थमाई जा सकती है ….

प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पिछले दो दिन बहुत ज्यादा बैचेन हैं। अपनी बैचेनी और गब्राहत को दूर करने दतिया के पीताम्बरा पीठ पहुंचकर उन्होंने देवी आराधना की। फिर वाराणसी के मिर्जापुर में विंध्यवासिनी देवी के दर्शन किए। काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में देवी अहिल्या बाई होलकर की प्रतिमा के सामने भी साष्टांग किया। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी मुलाकात की। और कल दिल्ली रवाना हो रहे हैं। उनके मंदिर दर्शनों और दिल्ली दौरे को सियासी बदलावों की आहट के तौर पर देखा जा रहा है।  

दरअसल, शिवराज सरकार में चार मंत्रियों की जगह खाली है। विस्तार को लेकर लगातार चर्चाएं होती रहती हैं। पार्टी ने कभी भी आधिकारिक रूप से इसके संकेत नहीं दिए हैं। इस बीच रविवार को ज्योतिरादित्य से शिवराज की मुलाकात और कल को उनके दिल्ली दौरे को लेकर फिर से अटकलें तेज हो गई हैं। सियासी गलियारों में यह चर्चा है कि विधानसभा चुनाव 2023 से पहले मुख्यमंत्री कैबिनेट और निगम-मंडलों में खाली पद भर लेंगे। हालांकि, पार्टी के नेता इन अटकलों को खारिज कर रहे हैं। 

पिछले दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के मध्यप्रदेश दौरे पर उन्होंने कई नेताओं से वन-टू-वन मुलाकात की थी। शाह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा से अलग-अलग बातचीत की थी। इसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही संगठन में बदलाव की चर्चा तेज हो गई थी। ऐसे में अब शिवराज के दिल्ली दौरे को लेकर फिर से चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।