छिंदवाड़ा, जबलपुर और ग्वालियर तीन नगर निगम पर कांग्रेस का कब्जा ..

छिंदवाड़ा में कांग्रेस प्रत्‍याशी विक्रम अहाके भाजपा के प्रत्‍याशी अनंत धुर्वे को 3500 मतो से पराजित किया। विक्रम अहाके को 22415 व अनंत ध्रुवे को 21956 मत मिले। 48 में से 32 वार्ड में बीजेपी प्रत्याशी आगे चल रहे है। वहीं अमरवाड़ा नगर पालिका के परिणाम घोषित हो गए है। कुल 15 में से भाजपा ने नौ, कांग्रेस ने पांच व बसपा ने एक वार्ड में जीत दर्ज की। मध्य प्रदेश के 11 नगर निगमों के लिए पहले चरण में हुई मतगणना के बाद ग्वालियर में कांग्रेस की शोभा सिकरवार, जबलपुर में जगत बहादुर सिंह अन्नू और छिंदवाड़ा में विक्रम अहाके ने शानदार जीत दर्ज की है….

इस तरह 11 नगर निगम में से 3 नगर निगम में कांग्रेस के प्रत्याशियों को सफलता मिली है। कांग्रेस मीडिया विभाग ने चुनाव परिणाम के बाद जारी बयान में यह बात कही। पिछली बार नगर निगम चुनाव में प्रदेश के सभी 16 नगर निगम पर भारतीय जनता पार्टी को जीत मिली थी। इनमें से 11 नगर निगम पर आज मतगणना हुई और भारतीय जनता पार्टी के हाथ से चार नगर निगम निकल गए..

ग्वालियर नगर निगम की सीट पर कांग्रेस पार्टी ने 57 साल में पहली बार जीत दर्ज की है। जबलपुर नगर निगम में कांग्रेस पार्टी ने 23 साल बाद जीत दर्ज की है। वह छिंदवाड़ा नगर निगम में कांग्रेस पार्टी ने पहली बार जीत दर्ज की है।

अब तक प्राप्त परिणामों के मुताबिक जबलपुर में कांग्रेस के 32 पार्षद, छिंदवाड़ा में 26 पार्षद और ग्वालियर में 24 पार्षद विजयी हुए हैं। सभी 11 नगर निगमों के परिणाम देखें तो कांग्रेस पार्टी ने पार्षदों की जीत के मामले में 2015 के चुनाव से बेहतर प्रदर्शन किया है। कांग्रेस पार्टी यद्यपि 3 नगर निगम जीती है, लेकिन जनता को स्पष्ट है की बुरहानपुर और उज्जैन नगर निगम में जनता ने वोट कांग्रेश के महापौर प्रत्याशी को ही दिया था, लेकिन जो परिणाम सामने आए हैं, उसमें प्रशासन का दुरुपयोग स्पष्ट नजर आता है।

कांग्रेस पार्टी की ओर से नगर निगम चुनाव में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने चुनाव प्रचार किया था। कमलनाथ ने स्वयं को नगर निगम चुनावों तक सीमित रखा था और नगरपालिका तथा नगर परिषद के चुनाव में वह स्वयं प्रचार करने नहीं गए थे। यहां चुनाव लड़ने की जिम्मेदारी स्थानीय नेताओं की थी और उन्हें पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का पूरा समर्थन प्राप्त था।
आगामी 20 जुलाई को शेष पांच नगर निगम और शेष नगर निकाय के परिणाम भी घोषित होने हैं। पार्टी को पूरी आशा है इन नगर निगम चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी शानदार प्रदर्शन करेगी।

 

अगर 1999 के बाद से नगर निगम के चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो कमलनाथ जी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी सर्वश्रेष्ठ परिणामों की ओर बढ़ रही है। कांग्रेस पार्टी ने 1999 में 2 सीट भोपाल और जबलपुर, 2004 चुनाव में भोपाल और देवास, 2009 नगर निगम चुनाव में देवास, उज्जैन और कटनी तथा 2015 कोई सीट नहीं जीती थी। जबकि अब 2022 मैं सिर्फ 11 नगर निगम के परिणाम घोषित होने पर ही कांग्रेस पार्टी तीन नगर निगम जीत चुकी है।