गैस रिसाव का नकारात्मक प्रभाव नहीं ..

नागदा में ग्रेसिम इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड के सल्फ्यूरिक एसिड प्लांट से कल रिसी गैस का वातावरण पर कोई दुष्प्रभाव नहीं है। गैस लीकेज पर घटना के बाद शीघ्र ही नियंत्रण पा लिया गया था। लीकेज से प्लांट में मौजूद स्टाफ और समीपस्थ नागदा शहर में कोई जन हानि नहीं हुई है। आँखों में जलन होने पर कुछ लोगों ने सिविल अस्पताल नागदा में स्वास्थ्य परीक्षण कराया था। मामूली प्राथमिक उपचार के बाद इनका स्वास्थ्य ठीक पाया गया है। खंड चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि सिविल अस्पताल नागदा में इस संबंध में कोई मरीज भर्ती नहीं है..

ग्रेसिम इंडस्ट्रीज़ बिरला ग्राम नागदा में बुधवार की शाम 4 बजे गैस रिसाव की जानकारी मिलने के बाद उज्जैन से तत्काल निरीक्षण करने पहुँची वरिष्ठ वैज्ञानिक और रसायनज्ञ की टीम द्वारा पर्यावरण विभाग को सौंपी गई अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। निरीक्षण में पाया गया कि सल्फ्यूरिक एसिड प्लांट के एवापोरेटर और उससे संलग्न पाइप लाइन में संधारण कार्य चल रहा था। पाइप लाइन में चोकिंग की जानकारी पर दुर्घटना के समय उसे खोलकर सफाई का कार्य किया जा रहा था। घटना के पूर्व सल्फर ट्राई ऑक्साइड एवापोरेटर को खाली कर लिया गया था। यह कार्य वर्ष में एक बार पूर्णत: आइसोलेट कर किया जाता है।

घटना के पहले से ही ड्रेन वॉल्व को साफ करने का कार्य चल रहा था। ड्रेन वॉल्व लाइन साफ करने के दौरान अचानक लिक्विड सल्फर ट्राई ऑक्साइड बाहर आने लगा, जो वातावरण में मौजूद नमी के संपर्क में आने पर घने सफेद गुबार (डेंस व्हाइट फ्यूम्स) में निर्मित होने लगा। लीकेज 5-6 मिनट हुआ, जिससे स्थल पर विज़िबिलिटि समाप्त होने के कारण वॉल्व दिखना बंद हो गया और कार्यरत इंजीनियर, प्लांट ऑपरेटर और कर्मचारी आदि घटना स्थल से दूर होकर तुरंत ब्रीदिंग उपकरणों – गैस मास्क आदि के साथ लौटे और वॉल्व को बंद किया। नमी होने के कारण कुछ देर तक व्हाइट फ्यूम्स निकलती रही। प्लांट में वार्षिक सफाई एक आवश्यक प्रक्रिया है, जिसमें पाइप लाइन को साफ किया जाना आवश्यक है। उद्योग प्रबंधन द्वारा इस दौरान पूर्ण सुरक्षा अपनाये जाने की जानकारी दी गई है। वस्तुत: स्लज के जमाव से अचानक ड्रेन वॉल्व से तरल सल्फर ट्राई ऑक्साइड लीक होकर यह घटना घटित हुई। कल शाम साढ़े 6 बजे घटना स्थल के आस-पास का वातावरण सामान्य पाया गया।

इस सब के बाबजूद कुछ सबाल आम जनमानस के जहन में उठ रहे है जिनके उत्तर फैक्ट्री प्रबंधन को देने ही होंगे

नागदा मे गैस रिसाव चंद सवाल …?
1.सुरक्षा में चूक ?
2. अकुशल श्रमिक ?
3.श्रमिको पर अत्यधिक काम का बोझ ,या उद्योग में मेंटिनेंस की आवश्यकता ?
अभी स्तिथि नियंत्रण में, कोई जनहानि नही,पर आगामी समय के लिए उद्योग safety को लेकर क्या कार्ययोजना बनाएगा ?

                                                                                                                                                         नागदा से श्याम भरावा की रिपोर्ट