गुरमीत राम रहीम सहित 4 को उम्रकैद की सजा

धर्म के नाम पर लोगों की भावनाओ से खेलने का नतीजा एक न एक दिन पाखंडीयों को भुगतना ही पड़ता है ! पंचकूला में सीबीआई की एक विशेष अदालत ने हत्या के एक मामले में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को उम्रकैद की सजा सुनाई है। इसके साथ ही चार अन्य आरोपियों को भी आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। कोर्ट ने राम रहीम पर 31 लाख रुपये और बाकी आरोपियों पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है

इससे पहले 12 अक्‍टूबर को कोर्ट ने डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या के मामले में इन भी को दोषी ठहराया था। सजा पाने वालों में गुरमीत रहीम के अलावा कृष्ण लाल, जसबीर सिंह, अवतार सिंह और सबदिल हैं।

इससे पहले सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक एच पी एस वर्मा ने पंचकूला में अदालत के बाहर पत्रकारों से कहा था कि सीबीआई और बचाव पक्ष के वकीलों ने सजा पर दलीलें पूरी की। कुछ दोषियों के वकील ने वक्त मांगते हुए कहा कि वे अभियोजन पक्ष की ओर से रखी कुछ बातों पर गौर करना चाहते हैं। उनके अनुरोध पर अदालत ने मामला 18 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया था।

अदालत परिसर में और उसके आसपास सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए। पुलिस ने सोमवार को को अदालत की ओर से सजा सुनाए जाने की संभावना के मद्देनजर पंचकूला और सिरसा में भी सुरक्षा कड़ी कर दी जहां डेरा सच्चा सौदा का मुख्यालय है।राम रहीम ने रणजीत सिंह को वापस डेरा सच्चा सौदा में मैनेजर बनने का दबाव बनाया जब वह नहीं माने तो कुरुक्षेत्र में उनके गांव के पास उनकी हत्या कर दी गई। पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी थी। 2002 में हुई इस हत्या का केस तब से पेडिंग था। अब 19 साल बाद इस पर फैसला आया है।

गुरुमीत राम रहीम हत्या और रेप के आरोप में पहले ही आजीवन कारावास काट रहे हैं। वह रोहतक जेल में बंद हैं। अब उनके ऊपर मैनेजर रणजीत सिंह की हत्या में शाम‍िल होने पर कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। दरअसल रणजीत सिंह डेरा सच्चा सौदा में मैनेजर थे। एक रेप की घटना के बाद उन्होंने डेरा सच्चा सौदा छोड़ दिया था।