कोरोना से लड़ेगें सी-पैप मशीन , मिलेगी तकलीफ से राहत..

कोरोना वायरस की भयावहता को लेकर दुनिया भर में पल-पल डरावनी खबरे आ रही है इससे लोगो में नकारात्मकता का मनोबैज्ञानिक प्रभाव घर कर रहा है ! परन्तु इन सब के बीच विज्ञान  और बैज्ञानिक अपने काम में जी जान से जुटे हुए है , ताकि किस तरह लोगो की जान बचाई जा सके ..? इसी बीच कोरोना की जंग से जूझने वालों के लिए अच्छी खबर है। यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन के वैज्ञानिकों ने चार दिन के भीतर आधुनिक सी-पैप मशीन तैयार की है। मशीन सांस की तकलीफ से जूझ रहे मरीज के मास्क में ऑक्सीजन और हवा भरेगी जिससे रोगी का फेफड़ा फूलेगा और सांस की तकलीफ से राहत मिलेगी..

रोगी को बेहोशी में लाने के लिए कोई दवा नहीं दी जाएगी जैसा आईसीयू या वेंटिलेटर यूनिट में रोगी के साथ होता है। ब्रिटेन की मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट रेगुलेटरी एजेंसी ने इसे मंजूरी दे दी है। जल्द ही इसका प्रयोग सप्ताह के अंत तक यूनिवर्सिटी के अस्पताल में कोरोना पीड़ितों के लिए होगा।यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में क्रिटिकल केयर विभाग के प्रो. टीम बेकर बताते हैं कि वेंटिलेटर की मात्रा सीमित है।

            इस मशीन के जरिए पर्याप्त मात्रा में हवा आधुनिक सी-पैप मशीन और मास्क के जरिए रोगी के फेफड़े तक पहुंचाई जा सकेगी।
हफ्ते भर में बना सकते हैं हजार मशीन : – वैज्ञानिकों का दावा है कि क्लीनिकल ट्रायल पूरा होने के बाद सात दिन के भीतर 1000 मशीनें बनाई जा सकती है जिससे पूरी दुनिया को इससे राहत मिलेगी। जहां भी वेंटिलेटर या आईसीयू का संकट है वहां पर इस मशीन के प्रयोग से कई लोगों की जान बचाई जा सकती है।                                                                                                                                 साभार ;- मिडिया रिपोर्ट