फटा पोस्टर निकला ज़ीरो : गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा

प्रदेश की राजधानी भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के वॉन्टेड पोस्टर सार्वजानिक स्थलों में लगाये जाने से राजनैतिक माहौल गरमा गया है  ! इन पोस्टर्स पर ‘वांछित नाथ’ ‘करप्शन नाथ के कांड जाने’ ‘वॉन्डेट करप्शन नाथ’ जैसे स्लोगन के साथ क्यूआर कोड भी दिया दिया और लिखा है कि स्कैम से बचने के लिए स्कैन करें। कांग्रेस ने इस ओछी हरकतों के पीछे भाजपा के होने का आरोप लगाया है ! इससे भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने पलटवार करते हुए इसे कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी का नतीजा बताया है !कांग्रेस अब पुलिस में मामले की शिकायत करने जा रही है ….

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ वॉन्टेड के ये पोस्टर्स मनीषा मार्केट, शाहपुरा और शैतान सिंह चौराहे पर लगाए गए हैं। इनसे लिखा गया है कि ‘है- 25000 करोड़ का किसान कर्जमाफी घोटाला, 350 करोड़ का CD घोटाला, 1963 करोड़ का मोबाइल घोटाला, 1178 करोड़ का गेहूं बोनस घोटाला, 600 करोड़ का खाद घोटाला किसने किया।’ 15 महीने के कांग्रेस शासनकाल में घोटालों का आरोप लगाते हुए क्यूआर कोड दिए गए हैं। इन पोस्टर्स के लगने से सियासी हलकों में बबल मच गया है !

कांग्रेस नेता अरूण यादव ने  मुख्यमंत्री से मांग की है कि पोस्टर लगाने वालों को तत्काल गिरफ्तार कर कठोर कार्यवाही करें।’

वहीं पीयूष बबेले ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘कमलनाथ जी की छवि बिगाड़ने की कोशिश मध्य प्रदेश की अस्मिता पर हमला है। यह मध्यप्रदेश का अपमान है। यह प्रदेश की सेवा का अपमान है। यह स्वर्णिम मध्यप्रदेश बनाने के लक्ष्य का अपमान है। यह उन करोड़ों लोगों का अपमान है जिनके हृदय में कमलनाथ जी बसते हैं। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि अपनी ओर से कार्यवाही करते हुए ऐसे पोस्टर लगाने वालों को गिरफ्तार करें और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दें। अगर वे ऐसा करने में विफल होते हैं तो मध्य प्रदेश की जनता के सामने स्पष्ट हो जाएगा यह सब काम उनके इशारे पर हो रहा है।’

इस मामले पर मोर्चा सम्हालते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि ‘कांग्रेस विचार करे कि ये फटा पोस्टर निकला ज़ीरो वाला मामला तो नहीं है। थाने जाने से पहले वे सोचें कि कहीं कोई आस्तीन का सांप तो नहीं है।’                     न्यूज़ डेस्क के साथ मिडिया रिपोर्ट