विज्ञान वाटिका के द्वारा होगा स्वाध्याय..

घर घर मॉं जिनवाणी का स्वाध्याय कर जगत के सभी जीव सुखी रहें इस पवित्र एवं मंगलमय भावना को लेकर अखिल भारतीय जैन युवा फेडरेशन छिन्दवाड़ा द्वारा विगत कई वर्षों से राष्ट्रीय स्तर पर ज्ञान वर्धक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता विज्ञान वाटिका का सफल आयोजन किया जा रहा है….

विज्ञान वाटिका के संस्थापक पं. ऋषभ शास्त्री एवं प्रचार प्रमुख दीपकराज जैन ने बताया कि इस वर्ष विज्ञान वाटिका का यह नौवां पुष्प है जो जैन विद्धानों द्वारा रचित पूजन एवं स्तुति के आधार पर प्रश्नोत्तरी के रूप में तैयार किया गया है। जिसमे भारत सहित संम्पूर्ण विश्व की सकल जैन समाज के श्रावक – श्राविकाएं हिस्सा ले सकते हैं !

ज्ञात हो कि बीती आठ प्रतियोगिताओं में जैनदर्शन के मुख्य सिद्धातों एवं चारों अनुयोगों की मुख्यता से पूरे देश से लगभग 5 हजार से अधिक परिवार के साथ लगभग 35 हजार से अधिक श्रावकगणों ने हिस्सा लेकर जिनागम का स्वाध्याय किया  ।   इस वर्ष नौवें पुष्प की विज्ञान वाटिका तीर्थधाम चिदायतान हस्तानपुर एवं उस्मानपुरा फेडरेशन के कुशल सयोंजन में आयोजित की गई है। जो पूर्णतः निःशुल्क है। इसमे101 प्रतिभागी पुरुस्कृत होंगे

प्रतियोगिता के मुख्य सयोंजकों ने बताया कि प्रतिगोगिता पूर्णतः निःशुक्ल रखी गई है जिसके प्रथम विजेता को पं. धानतराय पुरुस्कार 11 हजार रुपये, द्वितीय 3 विजेतओं को पं. भूधरदासजी पुरुस्कार 51 – 51 सौ रुपये की राशि, तृतीय 5 विजेताओं को पं. भागचन्दजी पुरुस्कार 31 – 31 सौ रुपये की राशि, चतुर्थ 11 विजेताओं को पं. वृन्दावनदासजी पुरस्कार 21 – 21 सौ रुपये की राशि, पंचम 31 विजेताओं को पं. दौलतरामजी पुरस्कार 11 – 11 सौ रुपये की राशि एवं छठवां 50 विजेताओं को कविवर संतलालजी पुरुस्कार 5 – 5 सौ रुपये की राशि सहित कुल 101 विजेताओं को विशेष समारोह में सम्मानित किया जावेगा।