ठेठ आदिवासी अंचलों में कामचोर और नशेडी शिक्षकों ने पूरे शिक्षा विभाग को कलंकित करने का जैसे मन बना लिया है ! एक तो स्कूल नही जाना अगर गए भी तो मदिरा के नशे धुत्त होकर जाने के मामले आए दिन सुर्ख़ियों में बने रहते है ! ऐसा ही एक मामला बालाघाट में नशेड़ी शिक्षक के सामने आने से जिला प्रशासन ने कठोर कार्यवाही करते हुए मदिराप्रेमी शिक्षक को निलंबित कर दिया है ….
जानकार बताते है कि वह अक्सर शराब पीकर बच्चों को पढ़ाने पहुंच जाता था। शराब पीकर बच्चों को पढ़ाने जाने वाले शिक्षक को बालाघाट कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने निलंबित कर दिया है। गत दिनों शिक्षक शराब के नशे में धुत होकर स्कूल पहुंचा था। ग्रामवासियों ने आपत्ति व्यक्त करते हुए उसे स्कूल में घुसने नही दिया , इससे मामले ने तूल पकड़ लिया , और यह खबर जंगल में आग की तरह फ़ैल गई !
जानकार बताते है कि शिक्षक ने पिछले दिनों शराब दुकान से मदिरा का सेवन कर नशे में धुत्त होकर स्कूल पहुँच गया था। ग्रामीणों ने उसे रोका। जिसका पंचनामा प्रतिवेदन ग्रामीणों द्वारा प्रस्तुत किया गया है। शासकीय सेवा से निरंतर कार्य से अनुपस्थित रहना, शासकीय कार्य के प्रति घोर उदासीनता, लापरवाही तथा अनुशासनहीनता बरतने का प्रथमदृष्टया दोषी पाते हुए कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से निलंबन के आदेश जारी किए हैं। निलंबन काल के दौरान मुख्यालय कार्यालय गर्रा में नियत किया गया है।