समस्याएं हमें मजबूत व कारगर बनाती हैं ..

चांद कॉलेज में छात्रों के व्यक्तित्व विकास हेतु संचालित रासेयो की नवीन पहल की अंतर्गत अतिथि छात्र व्याख्यान श्रंखला के अंतर्गत ” दृष्टि से सृष्टि बदलो” विषय पर आयोजित व्याख्यान देते हुए प्रमुख छात्र वक्ता अनुपम रघुवंशी ने कहा कि स्वयं पर संदेह करना सबसे बड़ा दुश्मन है। जीवन में सब कुछ आज अभी करने का दर्शन परिणामों में अद्भुत सकारात्मक परिवर्तन लाता है। काम टालने की आदत समय चुरा लेती है। अनजाने डर ऊर्जा के रचनात्मक प्रयोग का दुश्मन होता है। दिमागी आत्मनियंत्रण से जुनून को दिशा मिलती है ,,
अरुण पाटिल ने कहा कि हर हार के बाद की कोशिश हमें  और मजबूत बनाती है और जीत के करीब लाती है। भारती नागवंशी ने कहा कि  दृष्टि को दिल में तलाशकर  पारदर्शी बनाया जा सकता है।
  मुस्कान मंसूरी ने कहा कि समस्याएं हमें मजबूत व कारगर बनाती हैं। हुनर बढ़ाकर अपनी सीमाओं को तोड़ा जा सकता है। चाहतों पर काम करके असीमित ऊर्जा का सृजन किया जा सकता है। केतन रघुवंशी ने कहा कि समय के इस्तेमाल के प्रति व्यक्ति को ईर्ष्यालु होना चाहिए। हम खुद की सोच के जरिए सत्य को स्वीकार करते हैं। सोनम साहू ने कहा कि कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता है, बस उसे बिजनेस में बदलना आना चाहिए। सकारात्मक गुस्सा हमसे बिरले काम करवा लेती है। जो व्यक्ति सुविधा को दिमाक में रखकर चलता है, वह कभी भी बड़ा काम नहीं कर सकता है।
   परसराम ने कहा कि पुरुषार्थ से सौभाग्य का उदय होता है। बिना आत्मानुशासन के लक्ष्य स्पष्ट नहीं होते हैं। अहंकार के वृक्ष पर विनाश के फल लगते हैं। रासेयो कार्यक्रम अधिकारी प्रो.अमर सिंह, प्रो. आर.के. पहाड़े, प्रो. सुरेखा तेलकर, प्रो. विनोद शिंदे और प्रो. रक्षा उपश्याम ने रासेयो छात्रों द्वारा संप्रेषण कौशल से व्यक्तित्व विकास विषय पर आयोजित इस अनोखी पहल के लिए बधाई दी है।