सब इंस्पेक्टर सहित तीन पुलिसकर्मियों का निलंबन , जांच शुरू….

सब इंस्पेक्टर सहित तीन पुलिसकर्मियों को महिला से मोबाइल पर अश्लील बात करने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। जांच में सभी लोग दोषी पाए गए हैं।  रक्षक ही जब भक्षक बन जाय तो किसी और से क्या उम्मीद की जा सकती है ? परन्तु पुलिस की वर्दी में सभी भेडीये नही होते है !ऐसा ही एक मामला पडोसी जिले बैतूल का प्रकाश में आया जिसमे कुकर्मियों ने पुलिस की वर्दी को कलंकित करने का काम किया परन्तु वरिष्ठ अधिकारी एडिशनल एसपी नीरज सोनी ने मामले की सत्यता तक पहुँच कर भेडियों को दंडित कर महकमे की इज्जत को दागदार और किसी की गृहस्थी टूटने होने से बचा लिया …. सलाम 

बैतूल के आमला थाने में पदस्थ एसआई, हेड कॉन्स्टेबल और कॉन्स्टेबल को महिला से मोबाइल पर अश्लील बातें करने के आरोप में एसपी सिमाला प्रसाद ने निलंबित कर लाइन अटैच कर दिया। महिला के पति की शिकायत पर एसपी ने जांच कराई, इसमें तीनों पुलिसकर्मी दोषी पाए गए। बताया जा रहा है कि आमला थाने के हसलपुर ठानी गांव के निवासी योगेश बिहारे ने एसपी कार्यालय में ऑडियो की सीडी के साथ आवेदन दिया था।

इसकी शिकायत के आधार पर तीनों को सस्पेंड कर दिया गया है। योगेश बिहारे ने आरोप लगाया था कि उसकी पत्नी आमला थाने में पदस्थ सब इंस्पेक्टर अमित पवार, कार्यवाहक प्रधान आरक्षक बलराम सरयाम और आरक्षक आदित्य बेले से फोन पर अश्लील बातें करते हैं। इस कारण उसके और पत्नी के बीच विवाद की स्थिति बनी हुई है। उसकी पत्नी, उसके साथ नहीं रहकर झूठी रिपोर्ट करने की धमकी देती है। शिकायत पर एसपी ने महिला सेल अधिकारी डीएसपी पल्लवी गौर से मामले की जांच कराई।जांच में तीनों पर लगाए गए आरोप सही पाए गए । एसपी ने तीनों पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

एडिशनल एसपी नीरज सोनी  ने कहा कि गोपाल बिहारे ने शिकायत की है कि पुलिसकर्मी उसकी पत्नी से मोबाइल पर बात कर रहे हैं। साथ ही बातचीत का स्तर बहुत ही घटिया है। शिकायत के साथ रिकॉर्डिंग भी प्रस्तुत की गई थी, जिसकी जांच कराई गई। जांच में यह बात प्रमाणित हुई कि प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर तीनों को निलंबित कर दिया गया है। विभागीय जांच भी शुरू हो गई है।