वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़, 12 श्रद्धालुओं की मौत ..

माता वैष्‍णो देवी के दरबार में बड़ा हादसा हो गया। नये साल के मौके पर माता का दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमर पड़ी। अचानक से लोग इधर-उधर भागने लगे, जिससे भगदड़ मच गई। भगदड़ में 12 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। वहीं एक दर्जन से ज्‍यादा घायल हो गये।पुलिस ने बताया कि भवन में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ थी और भगदड़ मच गई। पुलिस ने कहा, इस हादसे में कम से कम 12 लोगों के मारे जाने की खबर है तथा कई अन्य लोग घायल हुए हैं। राहत एवं बचाव कार्य जारी है..

पुलिस ने कहा, पुलिस, श्राइन बोर्ड, अर्ध सैनिक बलों, स्वास्थ्य विभाग तथा प्रशासन की संयुक्त टीम राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है। इस बीच एक प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि पिछले सप्ताह किसानों के विरोध को देखते हुए ट्रेनों के निलंबन के कारण यात्रा में गिरावट आई थी, लेकिन ट्रेनों के फिर से शुरू होने के बाद नए साल की पूर्व संध्या पर माता के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में तीर्थयात्री कटरा पहुंच गए।

उन्होंने कहा, विशेष रूप से नए साल पर गुफा मंदिर में प्रार्थना करने और माता रानी के दर्शन करने के लिए, तीर्थयात्री भवन की ओर दौड़ पड़े, जिससे अफरा-तफरी मच गई। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल एवं श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष मनोज सिन्हा ने  मता वैष्णो देवी मंदिर में मची भगदड़ की घटना पर शोक व्यक्त किया है।

उन्होंने कहा, श्री माता वैष्णो देवी मंदिर में मची भगदड़ में लोगों की मौत की खबर सुनकर अत्यंत दुख हुआ। मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की। उन्हें इस घटना के बारे में जानकारी दी।

प्रधानमंत्री ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। श्री सिन्हा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी बात की और उन्हें भी इस घटना की जानकारी दी। साथ ही इस हादसे की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने का आदेश दिया है।इस जांच समिति की अध्यक्षता प्रधान सचिव (गृह) करेंगे और इसमें जम्मू के एडीजीपी मंडलायुक्त सदस्य होंगे। उन्होंने ट्वीट कर कहा, भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए और घायलों को 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी। श्राइन बोर्ड घायलों के इलाज का खर्च उठाएगा।