राहुल बनना चाहते हों अध्यक्ष तो जल्द बनाएं ….

कांग्रेस के जी-23 में शामिल रहे वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने पार्टी का नेतृत्व जल्दी बदलने की मांग की है। अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के प्रति पूरा सम्मान जताते हुए उन्होंने यह मांग की…….

इन दिनों राजनीतिक दलों में परिवर्तन की बयार है देश की प्रमुख दोनों ही राजनीतिक पार्टियां भाजपा और कांग्रेस में परिवर्तन का दौर जारी है ! इसी परिवर्तन के दौर के चलते राजनीतिक गलियारों में विश्लेषकों की विश्लेषण और भविष्य की राजनीति को लेकर जबरदस्त चर्चा का दौर जारी है ! देश की सत्ताधारी पार्टी भारतीय जनता पार्टी मैं राज्यों में नेतृत्व परिवर्तन का दौर एक नई राजनीति की ओर संकेत दे रहा है ! वही रसातल में जा रही राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी मैं भी शीर्ष नेतृत्व को लेकर बीते कुछ वर्षों से संकट का दौर जारी है, जिसके चलते बड़े और त्वरित निर्णय लेने में हो रही देरी के चलते अनेक राज्यों से इनके हाथों सत्ता रेत की भांति फिसल कर रह गई ! गाहे-बगाहे कांग्रेस के वरिष्ठ और अनुभवी नेता नेतृत्व को लेकर सवाल उठाते आ रहे हैं परंतु शीर्ष नेतृत्व आंखें  मूंदे हुए आज भी अनिर्णय की स्थिति में  है….

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने एक बार फिर पार्टी के नेतृत्व परिवर्तन की आवाज मुखर की है। शनिवार को उन्होंने कहा कि पार्टी को नया नेतृत्व चाहिए। यदि राहुल गांधी पार्टी के अध्यक्ष बनना चाहते हो तो, यह भी जल्दी होना चाहिए। पार्टी की सत्ता में वापसी के लिए बदलाव जरूरी है। थरूर ने नेतृत्व परिवर्तन की मांग करने के साथ ही मौजूदा अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ कोई बात नहीं कही। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी खुद पद छोड़ना चाहती हैं, इसलिए पार्टी को नया नेता जल्द तय करना चाहिए। ज्ञात हो की शशि थरूर कांग्रेस के उन 23 असंतुष्ट नेताओं में शामिल रहे हैं, जो पार्टी के नए नेतृत्व की मांग करता रहा है। पिछले साल जी-23 के नेताओं अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में व्यापक बदलाव की मांग की थी।

तिरुवनंतपुरम में आज पत्रकारों से चर्चा में थरूर ने कहा कि यदि राहुल गांधी पदभार संभालना चाहते हों, तो उन्हें यह जिम्मा जल्दी दिया जाना चाहिए। वरिष्ठ कांग्रेस नेता थरूर ने कहा कि यदि कांग्रेस सत्ता में वापसी चाहती है तो उसे जल्दी से बदलाव करते हुए चुनाव का सामना करने को तैयार हो जाना चाहिए। कांग्रेस की विभिन्न इकाइयां चाहती हैं कि राहुल गांधी को फिर अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए।