प्रधान आरक्षक रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार ..

बीते कुछ महीनो से प्रदेश में ऐसा कोई दिन नही होगा जब कोई न कोई भ्रष्टाचारी रिश्वत लेते धर दबोचा न गया हो ! फिर भी इन हरामखोरो को ज़रा भी शर्म नही है की ये अपनी बेजा हरकतों से बाज आ जाए ! इन्ही भ्रष्टाचारियो की लिष्ट में आज एक और नाम रीवा जिले से जुड़ गया है ! रीवा लोकायुक्त पुलिस ने सिंगरौली में एक प्रधान आरक्षक को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरक्षक फरियादी से एक मामले का समझौता कराने के लिए रिश्वत ले रहा था, वह रिश्वत की पहली किश्त के रूप में पांच हजार रुपये पहले ले चुका था….

रीवा लोकायुक्त पुलिस ने प्रधान आरक्षक को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। मामला सिंगरौली जिले के बरगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत गोनर्रा चौकी का है। यहां पदस्थ प्रधान आरक्षक शिव कुमार पनिका को फरियादी विद्यासागर प्रजापति से पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों ट्रैप किया है। रिश्वत के पैसों का लेन देन देवसर न्यायालय परिसर के सामने सड़क में  किया जा रहा था।

शिकायतकर्ता विद्या सागर प्रजापति का कुछ समय पहले किसी से विवाद हो गया था, इसी मामले का समझौता कराने के लिए प्रधान आरक्षक शिव कुमार पनिका 10 हजार रुपये की मांग कर रहा था। शिकायतकर्ता ने 5 हजार रुपये पूर्व में प्रधान आरक्षक को दे दिए थे। वह दूसरी किश्त के पांच हजार रुपये देने के लिए उस पर दबाव बना रहा था, जिसकी शिकायत विद्यासागर प्रजापति ने लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक रीवा गोपाल धाकड़ से की

 

शिकायत का सत्यापन कराए जाने के बाद उप पुलिस अधीक्षक राजेश पाठक एवं निरीक्षक जिया उल हक के नेतृत्व में 8 सदस्य टीम ने देवसर न्यायालय परिसर के सामने सड़क पर जैसे ही शिकायतकर्ता ने प्रधान आरक्षक को 5 हजार रुपये की रिश्वत दी, वहीं खड़ी लोकायुक्त पुलिस ने प्रधान आरक्षक को रंगे हाथों पकड़ लिया। प्रधान आरक्षक की गिरफ्तारी के बाद महकमें में हड़कंप मच गया फिलहाल आगे की कार्रवाई की जा रही है।