पटवारी के घर EOW का छापा ,मामला करोड़ों तक पहुंच सकता है ..

मध्य प्रदेश की छबि महाभ्रष्ट प्रदेशो की श्रेणी की पायदान छूने के कगार पर है ! चूंकि यहाँ की नौकरशाही सम्पूर्ण रूप से भ्रष्टाचार के दलदल में समा गई है ! फिर भी प्रदेश की सरकार ऐसा कोई क़ानून बनाने में अक्षम बनी हुई है और न ही ऐसा दण्ड निर्धारित कर पाई है जो भ्रष्टाचार पर लगाम लगा सके ! आज फिर प्रदेश के सिंगरौली में रीवा ईओडब्ल्यू की टीम ने राजस्व विभाग में पदस्थ पटवारी के घर पर छापा मारा है। इसमें पटवारी के पास आय से अधिक संपत्ति का पता चला है। जांच अभी भी चल रही है, मामला करोड़ों तक पहुंच सकता है…. 

सिंगरौली के एक पटवारी के घर रीवा ईओडब्ल्यू की टीम पहुंची है। पटवारी के पास आय से अधिक संपत्ति मामले में शिकायत के बाद ये कार्रवाई की जा रही है। जांच अभी भी चल रही है, मामला करोड़ों तक पहुंच सकता है।

जानकारी के अनुसार आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत पर ये कार्रवाई की जा रही है। रीवा ईओडब्ल्यू की टीम सिंगरौली जिले के देवसर स्थित डगा हल्का पटवारी श्यामचरण द्विवेदी के डीएवी रोड स्थित आवास पर पहुंची है। ईओडब्ल्यू एसपी के मुताबिक पटवारी की अब तक की आय 60 से 70 लाख की है, जबकि उसके पास से डेढ़ करोड़ की संपत्ति मिली है। हालांकि कार्रवाई अभी पूरी नहीं हुई सर्च ऑपरेशन जारी है, जिससे अभी और भी संपत्ति के मिलने की आशंका है। ईओडब्ल्यू की 18 सदस्यीय टीम पटवारी के घर पहुंची और सर्च ऑपरेशन शुरू किया।

ईओडब्ल्यू एसपी ने पटवारी के घर पर मिली संपत्ति के संबंध में जानकारी देते हुए बताया है कि पटवारी के घर की तलाशी के दौरान 50-50 लाख के दो आलीशान मकान, जिनमें से एक बैढ़न बाजार में पांच हजार स्क्वायर फीट में बना है जबकि दूसरा मकान विंध्य नगर में स्थित है। जिस पर होण्डा की एजेंसी खुली हुई है। इसके अलावा घर में रखा डेढ़ लाख रुपये कैश, साढ़े सात लाख कीमत के सोने-चांदी के जेवरात, एक इण्डिगो कार, दो बाइकें, घर में लगे तीन एसी, सहारा में पांच लाख का इन्वेस्टमेंट, एसबीआई खाते में 5 लाख, म्यूचुअल फंड में 10 लाख का इन्वेस्टमेंट सहित पोस्ट ऑफिस व अन्य बैंकों में खाते मिले हैं।

सिंगरौली में 24 घंटे में ये दूसरी बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले रीवा लोकायुक्त पुलिस ने प्रधान आरक्षक को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। मामला सिंगरौली जिले के बरगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत गोनर्रा चौकी का था। यहां पदस्थ प्रधान आरक्षक शिव कुमार पनिका को फरियादी विद्यासागर प्रजापति से पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों ट्रैप किया।