दमकलकर्मियों ने पहुंचाया अस्पताल ,सड़क में पड़े घायलों को ..

प्रदेश के बैतूल जिले की मुलताई में दमकलकर्मियों ने सड़क में जख्मी हालत में तड़फ रहे तीन घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाने के लिए  फायर ब्रिगेड को  वैकल्पिक एंबुलेंस बना दिया और घायलों को सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाकर उनकी जान बचाई  ..

ज्ञात हो कि  मुलताई थाना क्षेत्र के ग्राम मोरखा में फायर ब्रिगेड से दमकलकर्मी आग बुझाकर लौट रहे थे, तभी उन्हें सड़क के किनारे दो युवक और एक महिला जख्मी हालत तड़फते हुए दिखाई पड़े । रास्ते भीषण गर्मी के चलते इन दिनों सुनसान पड़े है ! इनके आसपास कोई दूर दूर तक कोई नजर नही आ रहा था , जो घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचा सके। दमकलकर्मियों ने मानवता का फर्ज निभाते हुए  फायर ब्रिगेड में तीनों घायलों को उठाया और उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे जहां इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। 

जानकारी के अनुसार मोरखा और बीसखान के बीच गुबरैल के पास एक मोटर सायकलमें सवार तिन लोगो को पिकअप वाहन ने टक्कर मार दी। जिससे तीनो लोग बुरी तरह घायल हो गए। तीनों घायल रास्ते में पड़े तड़प रहे थे, इसी बीच मुलताई से आग बुझाने के लिए मोरखा गई फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने घायलों को देखा और फायर वाहन के माध्यम से घायलों को मुलताई के सरकारी अस्पताल पहुंचाया। घायलों की स्थिति फिलहाल गंभीर बनी हुई है। दो घायलों को बैतूल रैफर किया गया है।

फायर ब्रिगेड के कर्मचारी सुमित पुरी ने बताया कि वह आग बुझाने के लिए मोरखा गए थे, उनके साथ गिरीश पीपले, ड्राइवर राहुल चण्डालिया भी था। वापस आते समय उन्हें सड़क पर तीन लोग जख्मी हालत में दिखाई दिए। उन्होंने तुरंत फायर ब्रिगेड में तीनों को उठा कर रखा और मुलताई के सरकारी अस्पताल लाया।

घायलों की पहचान शांता कवरे (25) निवासी बिसखान, मेता उइके (50) और दुर्गेश (30) के रूप में की गई है। युवक अपनी मां व भाई के साथ मोटरसाइकिल से अपने गांव बिसखान से किराना लेने मोरखा जा रहा था। इसी दौरान रास्ते में पीछे से पिकअप ने उन्हें टक्कर मार दी।एक घंटे से सड़क पर पड़े-पड़े तड़प रहे थे, वहां से गुजर रहे दमकल कर्मचारियों ने उनकी मदद की और अस्पताल पहुंचाया।