कैबिनेट मंत्री के साथ आरोपियों की संलिप्तता पर जांच की मांग ..

प्रदेश की राजनीति में गर्मी के साथ तल्ख़ जुबानी जंग जारी है ! भाजपा और कांग्रेस दोनों ही तरफ से आरोप प्रत्यारोपो की मिसाइले दागी जा रही है ! परन्तु इतना तो तय है वर्तमान समय में राजनेताओं ने राजनैतिक मर्यादाओं को तार तार कर दिया है ! अपनी जबाबदारी से बचने के लिए विरोधियो पर कीचड़ उछलने में सत्तापक्ष के लोग माहिर हो गए है !  परन्तु जनता सब समझाने लगी है ! उसे इन्तजार है तो सही वक्त का ताकि जिम्मेदारो को सबक सिखाया जा सके ….

शिकारी से मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मियों की मौत और शिकारियों के इनकाउंटर के बाद अब आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है।  भाजपा  ने जहां इस घटना को लेकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पर आरोप लगाया था। वहीं अब जयवर्धन सिंह ने भाजपा पर पलटवार  करते हुए  प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को कहा कि गुना पुलिस के हत्यारों के तार राघौगढ़ किले से नहीं बल्कि भाजपा नेताओं से जुड़े हैं।

जयवर्धन सिंह ने कहा कि गुना जिले के भाजपा नेताओं के साथ आरोपियों की तस्वीर सामने आई है। वही इन आरोपियों को कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया का संरक्षण प्राप्त है। आरोपी और भाजपा नेताओं की कॉल डिटेल की जांच की जाए। इससे  दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। वहीं उन्होंने भाजपा नेताओं के साथ आरोपियों की संलिप्तता पर जांच की मांग की है।

 

ज्ञात हो कि इससे पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा था कि दिग्विजय सिंह से जुड़े हुए लोग ऐसे संरक्षण में काम करते हैं। वीडी शर्मा ने कहा था कि प्रदेश सरकार को इसकी जांच करनी चाहिए कि आरोपियों के पास किसके संरक्षण में इतनी बड़ी तादाद में हथियार आए थे।

 

आरोप लगाते हुए वीडी शर्मा ने कहा था कि दिग्विजय सिंह जैसे लोग खरगोन में माहौल खराब कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह के लोग ही पुलिस के ऊपर हमला भी कर रहे हैं। ऐसे लोगों की संलिप्तता की जांच होनी चाहिए। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा था कि शिकारियों की गोली में शहीद हुए तीनों पुलिसकर्मियों की घटना में शामिल हत्यारों के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के राधौगढ़ के लिए से नजदीकी संबंध है। इसकी जांच की जाए।

 

वीडी शर्मा ने कहा था कि घटनास्थल बुधौलिया गांव राधौगढ़ किले से लगा हुआ है। बड़ी संख्या में बुधौलिया गांव में हथियार पाए गए हैं। वहां यह हथियार कहां से आए, इसकी जांच होनी आवश्यक है इन्हें आखिर किस का संरक्षण प्राप्त है कि यह दुर्दांत अपराधी पुलिस पर गोलियां बरसा रहे हैं। इतना भी नहीं शर्मा ने दिग्विजय सिंह से जवाब मांगा था कि उनके आरोपियों के साथ क्या संबंध है। इसी बीच अभी आ रही बड़ी अपडेट के मुताबिक घटना में शामिल तीसरे हत्यारे को भी पुलिस ने मार गिराया है !