केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल हथियारों की तरह कर रही मोदी सरकार ..

विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने नरेंद्र मोदी सरकार पर प्रवर्तन निदेशालय , केंद्रीय जांच ब्यूरो , चुनाव आयोग और यहां तक  कि राज्यपालों को विपक्षी दलों के खिलाफ ‘हथियारों’ की तरह इस्तेमाल करने और संविधान के संघीय ढांचे का सम्मान नहीं करने का गंभीर आरोप लगाया है..

पूर्व केंद्रीय मंत्री व भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नेता श्री सिन्हा ने यह आरोप यहां कांग्रेस विधायक दल की बैठक के दौरान लगाया। आगामी राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस सांसदों एवं विधायकों से समर्थन की अपील की।

इस अवसर पर कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डी के शिवकुमार, विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया और परिषद में उनके समकक्ष बी के हरिप्रसाद के साथ-साथ राज्यसभा में कांग्रेस के विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, विधानसभा में कांग्रेस के उपनेता यूटी खादर, केपीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष सलीम अहमद और कांग्रेस के अन्य नेता भी मौजूद थे।

श्री सिन्हा ने बाद में मीडिया को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि पिछले आठ वर्षों में केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी सरकार ने लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता पर बार-बार हमले किए हैं, जो हमारे गणतंत्र के संस्थापक सिद्धांतों का निर्माण करते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र ने भारत के बहु-धार्मिक समाज को विभाजित करने के लिए एक जहरीला सांप्रदायिक प्रचार किया है।

उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणी पर एक कठोर अभियोग लगाया है, जिसमें कहा गया है कि  आपकी ढीली जीभ ने देश में आग लगा दी। उन्होंने कहा, अफसोस की बात है कि भाजपा समर्थक उनकी टिप्पणी की निंदा करने के लिए माननीय उच्चतम न्यायालय को ट्रोल कर रहे हैं।