1400 करोड़ का चंदा कहां गया : दिग्विजय सिंह

निर्माणाधीन श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम  को लेकर जमकर राजनीती हो रही है भाजपा जहाँ यह बताने की कोशिश में जुटी हुई है की सिर्फ उसे छोड़कर बाकि सभी राजनैतिक दल राम के नाम पर लोगों को बरगलाने का काम कर रहे हाई ! वही एकमात्र हिंदुत्व वादी पार्टी है जिसने राममंदिर के लिए लड़ाई लड़कर हिन्दू अस्मिता की सच्ची पैरोकार है ..

निर्माणाधीन राम मंदिर  को लेकर सियासी पारा भी चढ़ते जा रहा है। कांग्रेस ने राममंदिर आमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है। इस बीच दिग्विजय सिंह ने कई सवाल खड़े किए है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर सवाल खड़े करते हुए लिखा कि निर्मोही अखाड़ा राम मंदिर की लड़ाई शुरू से लड़ते आये हैं। वे ही पूजा करते आये हैं फिर उन्हें हटा कर वीएचपी ने राम मंदिर पर कब्जा क्यों कर लिया ? 80-90 के दशक में वीएचपी ने जो 1400 करोड़ रुपए मंदिर निर्माण में चंदा उगाया था। वह कहां गया? दिग्विजय सिंह ने आगे लिखा कि नरेंद्र मोदी जी वही वीएचपी के कर्ता-धर्ता चंपत राय ने न्यास द्वारा उगाये चंदा से  जमीन खरीदी घोटाले करोड़ों का घपला किया क्या ? आपने क्या उनसे पूछा? आईटी अधिकारी ने नोटिस दिया था उसे बर्खास्त कर दिया गया था।

दिग्गी- लोग पूछ रहे पूर्व और वर्तमान राष्ट्रपति को निमंत्रण दिया
पूर्व सीएम ने सोशल मीडिया पर भाजपा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग कर लिखा कि लोग पूछ रहे हैं कि क्या श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में वर्तमान राष्ट्रपति द्रोपर्दी मुर्मू, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और बहन मायावती को निमंत्रित किया गया है ?