दो जगहों से होंगे कांग्रेस के राजनैतिक हमले ..

प्रदेश की संस्कार धानी जबलपुर से कांग्रेस ने पांच वादों के साथ विधानसभा चुनाव अभियान की शुरुवात कर दी है । कमलनाथ के नेतृत्व वाली मप्र कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भाजपा और उसके भगवा सहयोगियों को धार्मिक आधार पर राजनैतिक हमले के लिए सॉफ्ट हिंदुत्व का विकल्प चुना है। कांग्रेस के रणनीतिकारों ने इस चुनावों में दो वार रूम स्थापित करने की योजना बनाई है। इसमें जमीनी स्तर पर योजनाओं का क्रियान्वयन और सोशल मीडिया प्लेटफार्म शामिल है,इसके लिए मूर्धन्य पत्रकारों की टीम पर विचार हो रहा है ….राकेश प्रजापति 

जानकारों के मुताबिक एक वार रूम कमलनाथ के बेटे और कांग्रेस सांसद नकुल नाथ के आवास से संचालित किया जाएगा। जबकि दूसरा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई विधायक लक्ष्मण सिंह के आवास पर स्थापित किया जाएगा। चूंकि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म चुनावों में महत्वपूर्ण घटक बन गए हैं, इसलिए कांग्रेस ने राज्य से लेकर जिला स्तर तक और ब्लॉक से लेकर बूथ स्तर तक अपनी टीम का विस्तार किया है। फिर भी संगठन की कमी अभी भी महसूस की जा रही है ! जो आने बाले समय में पूरी कर ली जाएगी

जानकारों ने बताया कि सोशल मीडिया टीमों के चयन की प्रक्रिया कुछ महीने पहले ही हो चुकी है और जमीनी स्तर पर प्रशिक्षण सत्र चल रहे हैं। चुनावी रण में कमलनाथ को भगवान हनुमान का सबसे बड़ा भक्त बताया जा रहा है !चूँकि उन्होंने अपने छिंदवाड़ा निर्वाचन क्षेत्र में भगवान हनुमान की 101 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित करने में सक्रिय भूमिका निभाई है , जहां से वे 10 बार सांसद और विधानसभा के सदस्य के रूप में चुने गए। उनकी सोशल मीडिया टीम इस संदेश को विभिन्न माध्यमों से जमीनी स्तर तक ले जाने में कितनी कामयाब होती है , देखना होगा। इस अभियान में एक लघु वीडियो में पौराणिक कहानियां होंगी।

जानकार बताते है कि इन पौराणिक कहानियों में सभी धर्मों का समावेश होगा और लोगों को सकारात्मक संदेश भेजने के उद्देश्य से सुनाया जाएगा। इसमें बिरसा मुंडा, छत्रपति शिवाजी जैसे जन – नायकों की कहानियों को प्राथमिकता दी गई है । दो बार के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के साथ 45 से अधिक वर्षों के राजनीतिक अनुभव के साथ प्रदेश के दिग्गज योद्धा कमलनाथ जिन्होंने खुद को पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच नेता के रूप में अधिक विकसित किया है !  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को घेरने के लिए सभी संसाधनों का इस्तेमाल करेंगे।

प्रदेश की 140 सीटो पर टारगेट 
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक वर्तमान में कांग्रेस मध्य प्रदेश में राजनीतिक और संगठनात्मक रूप से अच्छी तरह से स्थापित है। परन्तु कमलनाथ को जनता से सीधे सरोकारों की अब भी दरकार है ! उनके निजी स्टाफ और चापलूस नेताओं ने जनता से जानबूझ कर कमलनाथ को दूर कर दिया है ,ऐसा प्रदेश भर के कार्यकर्ता और कमलनाथ को जानने बालों का मत है ! खासकर वे पुराने कांग्रेसी जो घर बैठ गए है उनका मानना है कि निजी स्टाफ की बदतमीजियों की बजह से कांग्रेस के उर्जावान कार्यकर्ताओं ने पार्टी से बगावत नही की परन्तु वे निराश होकर घर बैठ गए है !