कलेक्टर-कमिश्नरो के कामो के आसरे सरकार ..

लगता है प्रदेश के कलेक्टर और कमिश्नरो के काम के आसरे प्रदेश की शिवराज सरकार आगामी विधान सभा चुनावों की बैतरनी पार करने की कोशिशो में लग गई है ! क्या उसे इस बात का यकींन हो चला है की बीते लगभग 18 सालो से प्रदेश में राज कर रही सरकार की नैया आब डूबने की कगार पर है , जो उसे प्रदेश के नौकरशाहों के कांधों का सहारा लेना पड रहा है ! सरकार की क्या कोई उपलब्धि नही है ?मंदिर-मस्जिद के नाम पर लड़वाने का फार्मूला बेधार हो गया है ? प्रदेश पर कर्ज सर से ऊपर हो चला है ? भर्ष्टाचार , बेरोजगारी और महंगाई सुरसा के मुहँ की तरह बढती जा रही है ? प्रदेश में क़ानून व्यवस्था ठप्प हो चली है ?प्रदेश में महिलाओं की आबरू सुरक्षित नही है ? बच्चे या तो गर्भ मे या फिर पैदा होने के साथ ही इस दुनिया को अलविदा हो रहे है ! प्रदेश की छवि राष्ट्रिय स्टार पर जारजार है ! फिर भी सरकार के नेताओ और खुद मुख्यमंत्री अपने मुहँ मियां मिट्ठू बने जा रहे है ..राकेश प्रजापति 

तभी तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर-कमिश्नर से कहा कि आपकी छवि से मेरी छवि बनेंगी। आप प्रमाणिता से मेहनत से ईमानदारी से काम करोंगे तो लोग कहेंगे कि सरकार अच्छी हैं। मुख्यमंत्री बढ़िया काम कर रहा हैं। सीएम ने कहा कि आप साधारण नहीं है। मध्य प्रदेश के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को दो दिनी कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस के पहले दिन टीम मध्य प्रदेश की प्रशंसा की। सीएम ने टीम मध्य प्रदेश से कहा कि जनता के जीवन में खुशहाली लाना ही हमारा कर्तव्य है। कॉन्फ्रेंस के लिए सीएम ने कल शाम के सारे कार्यक्रम निरस्त कर दिए। केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की समीक्षा के दौरान सीएम ने अधिकारियों को कई निर्देश भी दिए।

मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश के कलेक्टर-कमिश्नरों से कहा कि आप प्रदेश की 8.50 करोड़ नागरिकों में से चुनिंदा लोग हैं। 52 कलेक्टर,10 कमिश्नर, वल्लभ भवन के सीनियर अफसर हैं। ये टीम मध्यप्रदेश है, जो प्रदेश की उन्नति के लिए हर क्षण संकल्पित है। उन्होंने कहा कि हमें और अधिक जी-जान व साहस के साथ लोगों की सेवा में जुटना है। हम वो लोग हैं, जिनको जनता की जिंदगी बदलने का सौभाग्य मिला है। आप शासन के प्रतिनिधि हैं, अच्छा कार्य देखकर मन में आनंद और प्रसन्नता होती है।

मुख्यमंत्री की यह बैचेनी कुछ अलग ही संकेतो की और इशारा कर रही  है ? ऐसे में सवाल उठना तो लाजमी है ? सरकार के कामकाज का फैसका अब आपको ही करना है इशारे तो कुछ और ही संकेत कर रहे है ……