त्वरित टिप्पणी ……………
बीते कुछ समय से छिंदवाड़ा जिले का राजनीतिक माहौल दूषित होते जा रहा है ! लोकतंत्र में सभी को अपनी बातों रखने की पूरी आजादी और विरोध प्रदर्शन का पूरा हक दिया गया है ! परन्तु जब यह आपसी टकराव में बदल जाय तो यह समाज के लिए भी ठीक नही है और यह नासूर समय के साथ-साथ खुनी संघर्ष में तब्दील हो जाता है ! इसी की पदचाप छिन्द्वाडा जिले की राजनीति में सुनाई पड़ने लगी है ! दूसरी और जिला व पुलिस प्रसाशन राजनैतिक दलों या सत्तासीन राजनैतिक दलो के इशारे पर भांगड़ा करने लगे तो समझो माहौल में बारूद की सुगंध जल्द ही अपनी उपस्थिति दर्ज कराने बाली है ! राजनैतिक दलो के नेताओं को इस तरह की घटनाओ की पुनरावृत्ति होने से रोकना होगा वरना पार्टी कार्यकर्ताओं के घरो से मातम की चीखों के शोर सुनाई देंगे ! जो वातावरण को और भी डरावना कर देगा….राकेश प्रजापति
जिले की शांति प्रिय जनता ने जिले के राजनैतिक वातावरण को सहिष्णुता आपसी भाई चारे और मनभेदों से बहुत दूर मतभेदों की राजनीति को कभी भी पालित पोषित नही होने दिया है, परन्तु यह परंपरा अब खंड-खंड होती नजर आ रही है ! देखा जा रहा है कि दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के स्थानीय नेता व कार्यकर्ता किसी भी पार्टी के प्रायोजित कार्यकर्म में अब खलल डालने और माहौल खराब करने से बाज नही आ रहे है ….
इसी तारतम्य में आज सिंगोडी ग्राम पंचायत में कांग्रेसी द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम में प्रदेश सरकार को विभिन्न मामलों के खासकर बेरोजगारी ,बढ़ती महंगाई और अन्य पिछड़ा वर्ग आरक्षण को लेकर जिस तरह पंचायत चुनाव निरस्त कर किये जाने के विरोध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला दहन कार्यक्रम होना पूर्व निर्धारित था !
इसकी सूचना मिलते ही भाजपा और उसके अनुषांगिक संगठन भारतीय जनता युवा मोर्चा के सैकड़ों कार्यकर्ता प्रदर्शन स्थल के ठीक सामने इकट्ठा हो गए ! कांग्रेस द्वारा कार्यक्रम की जैसे ही शुरुआत की गई भाजयुमो के कार्यकर्ताओं द्वारा हूटिंग और नारेबाजी का दौर शुरू हो गया जिसके देखते ही देखते माहौल में गर्मी छा गई और भारतीय जनता पार्टी एवं उसके अनुषांगिक संगठन के कार्यकर्ता और कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए ! देखते ही देखते माहौल इतना गर्म हो गया कि दोनों ही पक्षों द्वारा आपस में गाली-गलौच मारपीट उसके बाद पथराव जैसी घटना को अंजाम दिया गया !
मौसम में ठंडक होने के बावजूद यहां का राजनीतिक माहौल उबाल पर है ! दोनों ही पक्षों व क्षेत्र में तनाव का माहौल स्पष्ट नजर आ रहा है ! इस तरह की राजनीति जिले के अंदर कभी नहीं देखी गई ! यह राजनीतिक नहीं बल्कि राजनीति के नाम पर आपसी वैमनस्यता का खूनी खेल अब यहां शुरू हो गया है ,जो भविष्य में राजनीति और राजनेताओं दोनों के लिए ही घातक सिद्ध होगा ….
फोटो : सांकेतिक