“साधना विनम्रता सीखने की पात्रता विकसित करती है”: प्रो. सिंह

शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल खजरी छिंदवाड़ा में कैरियर मोटिवेशन कार्यशाला आयोजित में प्रमुख वक्ता बतौर बोलते हुए चांद कॉलेज के प्रो. अमर सिंह ने कहा कि कैरियर बनाने के लिए संकल्प की शक्ति से मुश्किलों के पहाड़ को नापा जाता है। लक्ष्य हासिल करने की आग जीत निश्चित करती है। सफलता साधनों से नहीं, साधना से मिलती है। और वही विनम्रता सीखने की पात्रता विकसित करती है..
दिमाग में आस्था के दृष्टिकोण भरकर अनंत ऊर्जा को बढ़ाया जा सकता है। जीनियस बनने के लिए एक प्रतिशत प्रतिभा और निन्यानवे प्रतिशत मेहनत की जरूरत होती है। त्रासदी में सुअवसर पैदा करने का साहस, आत्मविश्वास और मनोबल सफलता दिलाता है। इच्छा शक्ति के ब्रह्मास्त्र से मुश्किलों के पहाड़ को नापा जा सकता है। कैरियर तब बनता है जब डर को हमसे डर लगने लगता है। भय, संदेह, कायरता, आलस्य, क्रोध, टालने की प्रवृत्ति, जैसी नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करने वाले दुर्गुणों से हमें सदैव दूर रहना चाहिए। ये सृजनात्मक ऊर्जा को चूस लेते हैं। प्राचार्या श्रीमती  अनीता गर्दे ने अपने उद्बोधन में कहा कि जीतने की भूख हमें लक्ष्य पर फोकस रखती है। इच्छित फल की व्यग्रता हमें गहराई से सोचने व काम करने को प्रेरित करती है। नजरिए में बदलाव से परिणामों में बदलाव आता है।
प्रभारी कैरियर मार्गदर्शन डॉ. अभिलाषा भांगरे ने अपने वक्तव्य में कहा कि पारदर्शी सोच,लक्ष्य पर पूर्ण फोकस और योजनाबद्ध कार्य हमें सतर्क और सटीक रखते हैं। जीवन में प्राथमिकता निर्धारण कर समय के बजट से सफलता मिलती है। हर जीत का एक किस्सा होता है, और हर किस्से का अपना हिस्सा होता है। अपने काम से प्रेम करके व्यक्ति ऊब,आलस्य और अनिच्छा से निजात पा सकता है। जीत हमारे प्रस्तु की ऊंचाई पर निर्भर करती है। कार्यशाला में शिक्षक वाणी शुक्ला, विनोद शर्मा, संजय ठाकुर, नीलम सक्सेना, सीमा सक्सेना, प्रणीता डेविड, निशा सक्सेना, सुशीला गुलबासकर, नीहारिका वर्मा, रजनी शर्मा व अनीता गुर्दे प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।