रीवा राजघराने में पुत्र रत्न की प्राप्ति ,116 साल बाद आया ऐसा मौका..

बघेल वंश के महाराजा एवं रीवा रियासत के 35वें महाराजा पुष्पराज सिंह जूदेव की पुत्री मोहिना सिंह को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई है। बताया जा रहा है कि आजादी के पूर्व सबसे बड़ी रियासतों में शामिल रीवा रियासत में यह अवसर 116 वर्ष बाद आया है। वर्तमान में महाराजा पुष्पराज सिंह जूदेव के पुत्र दिव्यराज सिंह जूदेव मध्य प्रदेश के रीवा जिले के सिरमौर विधानसभा सीट से विधायक हैं। जबकि खुद महाराजा पुष्पराज सिंह जूदेव कांग्रेस सरकार में पूर्व मंत्री के दायित्व में रह चुके हैं..

राजघराने से जुड़े बघेल राजाओं के गुरु बाबा सुरेंद्र अग्निहोत्री ने बताया कि रीवा राजघराने की बेटी व टीवी कलाकार मोहिना सिंह ने मुंबई में बेटे को जन्म दिया है। जिसके बाद उत्तराखंड में उनके ससुराल से लेकर मायके रीवा राजघराने तक खुशी का माहौल है।

इस बारे में सिरमौर से भाजपा विधायक एवं रीवा राजघराने के युवराज दिव्यराज सिंह ने बताया कि हमारा पूरा परिवार मुंबई में मोहिना सिंह के साथ ही है। उनकी डिलीवरी ब्रीच कैंडी हास्पिटल मुंबई में हुई है। 116 साल बाद ऐसा मौका आया है।

देवभूमि के नाम से मशहूर उत्तराखंड की सरकार में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के दादा बनने से उनके रियासत में हर्ष देखा जा रहा है। मोहिना की शादी सतपाल महाराज के बेटे सुयश रावत से हुई है।

इतिहासकार अशद खान ने बताया कि मोहिना के मां बनने से लगभग 116 साल के बाद ऐसा अवसर आया है, जब रीवा रियासत की किसी बेटी को संतान के रूप में पुत्र की प्राप्ति हुई है।

अशद खान के मुताबिक वर्तमान समय में युवराज दिव्यराज सिंह रीवा राजघराने की 36वीं पीढ़ी है। उनके पहले महाराजा पुष्पराज सिंह का एक बेटा और एक बेटी है। जबकि दादा महाराजा मार्तंड सिंह का एक बेटा व परदादा गुलाब सिंह का भी एक बेटा था।

इसी तरह महाराजा व्यंकट रमण सिंह के दो बेटे और एक बेटी थी। लेकिन एक राजकुमार का 24 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था। साभार : मिडिया रिपोर्ट