बर्ड फ्लू : अब पक्षियों की बारी ….

लगभग बीते दो बर्षों से प्रदेश को किस की नजर लग गई है की आसमानी , प्राकर्तिक या फिर जाने अनजाने में मानव जनित बीमारियों के  प्रकोप से जनता जूझ रही है ! जहाँ एक और मानवीय जिंदगियो की हानि हो रही है वहीं परिवारों को नाना प्रकार से आर्थिक परेशानियों से भी दो-चार होना पड़ रहा है ! विश्व व्यापी कोरोना की मार के बाद प्रदेश पर मच्छर जनित रोग डेंगू के कहर ने अनेक मासूम जिंदगियो को आपना निवाला बनाया ,अब लगता है पक्षियों की बारी है ! इसके संकेत आगर मालवा में बेचारे बेजुबान कौवे मरे हुए पाए जाने से प्रदेश में बर्ड फ्लू की आशंका तेज हो गई है ….

जानकारों के मुताबिक़ आगर मालवा कस्बे में 50 से ज्यादा कौवे मृत पाए गए हैं। पशु चिकित्सा विभाग ने मृत कौवे के नमूने व उनकी मौत के कारणों का पता लगाने के लिए भोपाल भेजे हैं। जानकारी के अनुसार नगर पालिका के कर्मचारियों को सूचना दी गई कि शहर के साईं मंदिर और मोती सागर मोहल्लों में कुछ कौवे अचानक मर गए हैं और कुछ अनमने से लग रहे  हैं।

नगर निकाय की एक टीम मौके पर पहुंची और कौवे को मारने लगी। उन्होंने मरे हुए कौवे को ट्रेंचिंग ग्राउंड में दफना दिया। स्वच्छता निरीक्षक, बसंत दुलगज ने कहा कि हमने तुरंत पशु चिकित्सा विभाग से संपर्क किया है। पशु चिकित्सा विभाग की एक टीम ने दौरा किया और नमूने एकत्र किए है।उन्होंने कहा कि अधिक मृत कौवे की तलाश के लिए नगर निकाय की एक टीम को तैनात किया गया है। पशुपालन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया ने कहा कि वह इस मामले की जाँच कर रहे हैं।

ज्ञात हो कि पिछले साल लगभग 100 कौवे मृत पाए गए थे। बाद में पुष्टि हुई कि उनकी मौत बर्ड फ्लू से हुई है।