प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि निगल गया नागवंशी..

खेत निगल रहे बागड़….,,पंचायती राज व्यवस्था को कलंकित कर रहा सचिव , प्रधानमंत्री आवास योजना की स्वीकृत राशि निगल गया सचिव नागवंशी

जनपद पंचायत परासिया के विभिन्न पंचायतों में पंचायती राज की धज्जियां उड़ाने का काम कर रहे है यहाँ के सचिव , जिनके कंधो पर पंचायतों को नियमानुसार व जनकल्याणकारी योजनाओ का लाभ पंचायत के निवासियों को पहुंचाने की होती है वही जिम्मेदार हाथ सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को पलीता लगाने का काम कर रहे है ।जनता के हक का पैसा हड़पने में लगे हुए है ? ऐसे में सफल पंचायती राज की कल्पना खोखली साबित हो रही है…. 

ऐसे ही एक मामला परासिया जनपद के ग्राम पंचायत जमुनिया पठार का सामने आया है , जिसमे ग्राम के ही निवासी राजेन्द्र पिता बिसरलाल धुर्वे ने एक शपथ पत्र के माध्यम से पंचायत के सचिव कृष्ण कुमार नागवंशी पर आरोप लगाते हुए बताया की उसे प्रधानमंत्री आवास योजना के स्वीकृत राशि की प्रथम क़िस्त 25 हजार सचिव श्री नागवंशी ने अपने पास यह कहकर रख ली थी के तेरा मकान मैं बनबा दूंगा ? परन्तु आज दिनाँक तक उसने मेरे मकान का काम शुरू भी नही किया है । वह जब सचिव से मकान बनबाने की बात करता है तो बह मुझे गालियाँ बकता है और मारने की धमकी देता है।

 पीड़ित व सचिव से प्रताड़ित हितग्राही राजेन्द्र धुर्वे ने जन सुनवाई के माध्यम से कलेक्टर श्री निवास शर्मा से गुहार लगाई है कि उसे न्याय दिलाया जाय ! राजेंद्र धुर्वे ने यह बताया कि वह एक गरीब मजदूरी कर अपना व अपने परिवार का पालन पोषण करता है और उसके अनपढ़ होने का फायदा उठाकर सचिव कृष्ण कुमार नागवंशी जमुनिया ने  प्रधानमंत्री आवास योजना की ₹25000 की राशि जबरदस्ती हड़प लिए और उसे आज तक कोई आवास प्राप्त नहीं हो सका है ! वह आज भी अपने टूटे-फूटे जो अपनों में ही निवास करता है और विकट कठिनाइयों का सामना कर अपना जीवन यापन व्यतीत कर रहा है ! राजेंद्र धुर्वे ने यह भी बताया कि वह इस मामले को लेकर बह कोतवाली भी गया था परंतु सचिव श्री नागवंसी ने अपने प्रभाव व पैसों के माध्यम से दबाव बनाकर मेरी रिपोर्ट थाने में भी नहीं होने दी ? कलेक्टर से गुहार लगाते हुए उसने मांग की है कि  भ्रष्ट सचिव के ऊपर आपराधिक प्रकरण दर्ज कर कठोर से कठोर सजा दिलाई जाए , ताकि पंचायत में यह व्यक्ति और भी लोगों को के साथ इस तरह की धोखाधड़ी ना कर सके !

वैसे पहले भी पंचायत जमुनिया पठार के सचिव को हटाने के संबंध में और भी जनप्रतिनिधियों ने समय-समय पर उनके काले कारनामों का चिट्ठा जनपद पंचायत सीईओ से लेकर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी व कलेक्टर को भी सौंपा है , परंतु इस भ्रष्ट पंचायत सचिव का के ऊपर कोई भी कार्यवाही ना होना जिला प्रशासन पर अनेकों सवाल चिन्ह लगाता  है अब देखना यह होगा कि इस कारनामे के बाद जिला प्रशासन क्या कार्रवाई करता है ?