प्रदेश में कोरोना का कहर तेज होता ..

वर्तमान में पूरे प्रदेश में 161, भोपाल में 73 और इंदौर में 55 एक्टिव केस है।पिछले 13 दिनों में भोपाल इंदौर के साथ जबलपुर, ग्वालियर, अनूपपुर, बैतूल, रायसेन, दमोह जैसे छोटे जिलों में भी केस मिले है।  प्रदेश में 7 लाख 93 हजार 369 कोरोना संक्रमित हो अब तक मिल चुके हैं। इनमें से 7 लाख 82 हजार 679 लोग ठीक हो चुके हैं। कोरोना के कारण 10 हजार 529 की जान जा चुकी है।प्रदेश के 5 जिले इंदौर, भोपाल, आगर-मालवा, झाबुआ और सिंगरौली में वैक्सीनेशन का पहला डोज 100% होने के बाद दूसरे डोज के मामले में कई जिले अब भी पिछड़े हुए हैं। इसमें कई मंत्रियों के प्रभार वाले भी जिले शामिल है, जहां वैक्सीनेशन का आंकड़ा आगे नहीं बढ़ रहा है।

देश में तीसरी लहर की आशंका और ओमिक्रॉन की दस्तक के बाद मध्य प्रदेश में कोरोना का कहर तेज होता नजर आ रहा है। नवंबर में 300 से ज्यादा केस मिलने के बाद दिसबंर के 13 दिनों में 200 से ज्यादा केस सामने आए है।इसमें भोपाल और इंदौर में लगातार केस मिले है, जिसके बाद एक्टिव केस 160 हो गए है, हालांकि रिकवरी रेट भी 98 प्रतिशत से ऊपर बना हुआ है और रोजाना 10 से 15 मरीज डिस्चार्ज हो रहे है और 50000 से ज्यादा जांचे हो रही है, लेकिन बड़े जिलों के बाद अब छोटे जिलों में फैलता संक्रमण चिंता का विषय बना हुआ है।

ज्ञात हो कि बीते दिनों ही कैबिनेट बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान  ने कहा था कि तीसरी लहर को देखते हुए सभी मंत्रियों को एक सप्ताह के भीतर प्रभार के जिलों में अस्पतालों का निरीक्षण कराना होगा। सभी मंत्री प्रभार के साथ-साथ गृह जिले की चिंता करें। अस्पतालों का निरीक्षण इसी सप्ताह कर लें।मंत्रियों को प्रभार के जिलों में अस्पतालों में बेड,वेंटिलेटर,ऑक्सीजन प्लांट आदि अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण और समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं।दिसंबर अंत तक प्रदेश में सभी पात्र व्यक्तियों का शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। एक बार फिर संचालित की गई सभी गतिविधियों की विस्तार से समीक्षा की जाएगी। साभार मिडिया रिपोर्ट